सरकारी घोटाले की पर्दाफांस करने वाले दो आरटीआई कार्यकर्ताओं को गोली मार हत्या

सरकारी घोटाले की पर्दाफांस करने वाले दो आरटीआई कार्यकर्ताओं को गोली मार हत्या

बिहार। 5 साल पुराने दोहरी हत्या मामले में जमुई कोर्ट ने पूर्व सरपंच सहित 6 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने मृतक के पत्नी और बच्चों को मुआवजा के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार को निर्देश दिया है। ज्ञात हो कि 5 साल पहले 2018 में 1 जुलाई की शाम सिकंदरा थाना इलाके के बिछवे गांव जाने वाली सड़क पर सरकारी घोटाले की पर्दाफांस करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता बाल्मीकि यादव और धर्मेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में 9 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था।
जानकारी के अनुसार जब आरटीआई कार्यकर्ता वाल्मीकि यादव गांव के धर्मेंद्र यादव के साथ बाइक पर बैठकर सिकंदरा से अपने घर लौट रहे थे। तभी 1 जुलाई 2018 की शाम लगभग 6 बजे अंधाधुंध फायरिंग करते हुए अपराधियों ने गोली मारकर दोनों लोगों की हत्या कर दी थी। आजीवन कारावास की सजा पाने वालों में बिछवे पंचायत के पूर्व मुखिया कृष्णदेव रविदास, सुरेश महतो, विनोद महतो, श्रवण महतो, नरेश यादव और श्री यादव शामिल हैं। आरटीआई कार्यकर्ता वाल्मीकि यादव बिछवे पंचायत में होने वाले सरकारी योजनाओं को लेकर सूचना के अधिकार कानून के तहत जानकारियां मांगा करते थे। मृतक के परिवार वालो द्वारा कुल 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद जिला जज की कोर्ट में 6 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।