सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री, मुकेश अग्निहोत्री को बनाया गया डिप्टी सीएम

सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम की घोषणा पार्टी विधायक दल की बैठक के बाद की गई. सुखविंदर सिंह सुक्खू से पहले हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का नाम सीएम की रेस में सबसे आगे बताया जा रहा था.

सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री, मुकेश अग्निहोत्री को बनाया गया डिप्टी सीएम

 

कांग्रेस पार्टी ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम की घोषणा पार्टी विधायक दल की बैठक के बाद की गई.पार्टी ने मुकेश अग्निहोत्री को राज्य का डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है.सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.राज्य के नए सीएम के तौर पर अपने नाम की घोषणा के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एएनआई से बातचीत में कहा कि मैं और उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री एक टीम की तरह का काम करेंगे. मैंने 17 वर्ष की उम्र से राजनीति शुरू की थी. कांग्रेस पार्टी ने मेरे लिए जो कुछ किया है वो जीवन भर नहीं भूल सकता हूं.

सुखविंदर सिंह सुक्खू से पहले हिमाचल कांग्रेस की मौजूदा अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह का नाम सीएम की रेस में सबसे आगे बताया जा रहा था, लेकिन शनिवार दोपहर तक ये साफ हो गया था कि प्रतिभा सिंह अब इस रेस से बाहर हो चुकी हैं. 

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस भले ही चुनाव जीत गई हो, लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर पार्टी में एक नाम पर सहमति बनती नहीं दिख रही थी. ऐसे में सूत्रों के जरिए खबर ये आई थी कि सीएम पद के दावेदारों में हो रही खींचतान के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी हिमाचल के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर सकती हैं.  कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, जिन्हें पार्टी के नेताओं ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत का श्रेय दिया है. कहा जा रहा था कि राज्य के अगले सीएम के नाम पर अब वही फैसला करेंगी.

चुनाव जीतने के बाद से ही हिमाचल में सीएम की कुर्सी को लेकर मंथन शुरू हो गया था. राज्य के 40 कांग्रेस विधायकों ने शुक्रवार शाम को पार्टी के पारंपरिक एक लाइन के प्रस्ताव को पारित किया, जिसमें आलाकमान को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया था. 

प्रियंका गांधी इन चुनावों के लिए रणनीति बनाने में भी वो शामिल थीं. कई नेताओं ने पार्टी की जीत और भाजपा की चुनाव मशीनरी को हराने में उनके नेतृत्व की सराहना भी की है. प्रचार की कमान संभालते हुए प्रियंका गांधी की यह पहली चुनावी सफलता है. पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हार गई थी, सिरमौर, कांगड़ा, सोलन और ऊना में अपनी रैलियों के दौरान प्रियंका गांधी ने अग्निपथ, महंगाई, बेरोजगारी और पुरानी पेंशन योजना के मुद्दे उठाए थे.