ChatGPT पर सवाल उठाने वाले भारतीय रिसर्चर की मौत
चैटजीपीटी (ChatGPT) डेवलप करने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI के पूर्व रिसर्चर सुचिर बालाजी को उनके फ्लैट में मृत पाया गया है।
OpenAI पर सवाल खड़े करने वाले बालाजी की मौत के बारे में सैन फ्रांसिस्को पुलिस को 26 नवंबर जानकारी मिली थी। पुलिस का कहना है कि सुचिर ने आत्महत्या की थी।
सैन फ्रांसिस्को पुलिस विभाग के प्रवक्ता रॉबर्ट रुएका के मुताबिक, "प्रारंभिक जांच के दौरान सुचिर की मौत में किसी साजिश का कोई सबूत नहीं मिला है।
दोस्त और सहकर्मी पहुंचे घर
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बालाजी बहुत समय से अपने घर से नहीं निकले थे। दोस्तों और सहकर्मियों के फोन कॉल का जवाब भी नहीं दे रहे थे। सुचिर के दोस्त और सहकर्मी जब उनके फ्लैट पर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद पाया। मामले की जानकारी सैन फ्रांसिस्को पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और फ्लैट का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो बालाजी का शव मिला।
OpenAI पर उठाए थे सवाल
चैटजीपीटी के डेवलपमेंट में बड़ी भूमिका निभाने वाले बालाजी दुनिया की नजरों में तब आए थे जब उन्होंने OpenAI पर कई आरोप लगाए थे।
इसी साल अक्टूबर में, बालाजी ने आरोप लगाया था कि OpenAI कॉपीराइट कानून का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने द न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि चैटजीपीटी जैसी तकनीकें इंटरनेट को नुकसान पहुंचा रही हैं। अक्टूबर में एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में, बालाजी ने एआई के उचित उपयोग और जनरेटिव के बारे में भी लिखा था।
एलन मस्क ने दी प्रतिक्रिया
सुचिर की मौत के बाद कई बड़ी शख्सियतों ने पर इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने इस खबर पर 'Hmmm' के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की, और ज्यादा कुछ नहीं लिखा।