14 करोड़ कैश मिले बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट के घर, सवा सौ करोड़ की ठगी का मास्टरमाइंड निकला

बीएसएफ डिप्टी कमांडेंट के घर से मर्सिडीज़ और बीएमडब्लू जैसी 7 महंगी गाड़िया भी बरामद की गई हैं. इन गाड़ियों की कीमत भी करोड़ों रुपये में आंकी जा रही है.

14 करोड़ कैश मिले बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट के घर, सवा सौ करोड़ की ठगी का मास्टरमाइंड निकला

हरियाणा के गुरुग्राम में बीएसएफ के एक डिप्टी कमांडेंट के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी से बेशुमार दौलत का खुलासा हुआ है. छापेमारी में अब तक उसके घर से अब तक 1 करोड़ के गहने और करीब 14 करोड़ रुपये कैश बरामद हो चुके हैं. आरोप है कि मानेसर में एनएसजी में पोस्टिंग के दौरान उसने खुद को आईपीएस अफसर बताकर लोगों पर रौब गांठा और टेंडर दिलवाने के नाम पर लोगों से डिप्टी कमांडेंट ने 125 करोड़ रुपये से ज्यादा ठग लिए. बीएसएफ में तैनात एक डिप्टी कमांडेंट के घर इतनी बेशुमार दौलत मिलने से अधिकारी भी भौंचक हैं. करोड़ों रुपये की नकदी के बंडल गिनने में अधिकारियों को कई घंटे बिताने पड़े.गिनती के बाद पता चला कि ये करीब 14 करोड़ रुपये नकद हैं.

साथ में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा के गहने जेवरात भी बरामद किए गए हैं. डिप्टी कमांडेंट के घर से मर्सिडीज़ और बीएमडब्लू जैसी 7 महंगी गाड़िया भी बरामद की गई हैं. इन गाड़ियों की कीमत भी करोड़ों रुपये में आंकी जा रही है.

गुरुग्राम पुलिस में एसीपी क्राइम प्रीत पाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने डिप्टी कमांडेंट प्रवीण यादव,उसकी पत्नी ममता यादव, बहन रितु और एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, प्रवीण यादव ने कई लोगों से 125 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है. इस ठगी को उसने तब अंजाम दिया जब वो मानेसर में एनएसजी में डेपुटेशन पर तैनात था. उसने खुद को आईपीएस अफसर बताकर एनएसजी में कंस्ट्रक्शन से जुड़े ठेके दिलवाने के नाम पर ठेकेदारों से करोड़ो रुपये रिश्वत में लिए. ठगी का पूरा पैसा उसने एनएसजी के नाम से बने एक फ़र्ज़ी अकाउंट में ट्रांसफर करवाया था.

ये अकाउंट प्रवीण की बहन ऋतु यादव ने खुलवाया था, जो एक्सिस बैंक में मैनेजर है. पुलिस के मुताबिक, प्रवीण यादव ने शेयर मार्केट में 60 लाख का घाटा खाया , उस घाटे को पूरा करने के लिए उसने ठगी का खेल खेला. पुलिस के अनुसार, प्रवीण की पोस्टिंग इन दिनों अगरतला में थी, लेकिन उसने इतना पैसा कमा लिया था कि कुछ दिन पहले उसने रिजाइन लेटर लिखा था जिसे अब स्वीकार कर लिया गया है. कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर आयकर विभाग ने छापेमारी की थी, इसमें 200 करोड़ रुपये से ज्यादा नकद बरामद किए गए थे.