महादेव सट्टा मामला: कांग्रेस प्रवक्ता और विधायक सहित 11 लोगों को नोटिस जारी, कोर्ट नहीं पहुंचे तो होगी गिरेफ्तारी
बिलासपुर। महादेव एप मामले को लेकर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. ईडी के एडवोकेट सौरभ पांडे के मुताबिक, मनी लांड्रिंग समेत अन्य मामले में 31 लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आरोपी बनाया गया है. इन सभी को नोटिस जारी किया गया है. इस मामले में ईडी ने मनी लॉड्रिंग प्रकरण की सुनवाई के लिए विधायक देवेन्द्र यादव, चंद्रदेव राय, पीसीसी प्रवक्ता आरपी सिंह, कांग्रेस नेता विनोद तिवारी सहित 11 को नोटिस जारी कर कोर्ट ने उपस्थिति दर्ज कराने कहा है. कोर्ट में उपस्थिति दर्ज नहीं कराने और अग्रिम जमानत नहीं लेने पर गिरफ्तारी की जाएगी.
ईडी ने अब तक दो चार्जशीट दायर की है, जिसमें कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग एप के मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कई अन्य आरोपी शामिल हैं. सौरभ व रवि भिलाई शहर के रहने वाले हैं. इन दोनों को दुबई से हिरासत में लिया गया था. ईडी के मुताबिक, दुर्ग-भिलाई से महादेव एप ऑनलाइन सट्टा की शुरुआत हुई. इसके संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने साल 2018-19 में एप डिजाइन कर पूरे छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों में फैला दिया. दुर्ग पुलिस ने इस पर कार्रवाई शुरु की तो ऊपर दबाव बनाने लगा और कार्रवाई नरम पड़ गई. इसके बाद ये काला कारोबार दुबई में ले जाकर स्थापित किया. देश के पैसे को हवाला के जरिए बाहर ले जाया गया. बता दें कि फिलहाल महादेव एप मामले में कुल 6 आरोपी जेल में बंद हैं. महादेव बेटिंग एप मामले में आरोपी एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, कांस्टेबल भीम सिंह, सतीश चंद्राकर, हवाला ऑपरेटर्स दमानी भाई और आसिम दास ईडी की हिरासत में है. ईडी ने इन सभी को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है. ईडी ने आसिम दास को पकड़कर उससे 5.39 करोड़ रुपए बरामद किए हैं.