शास. लाल चक्रधर शाह महाविद्यालय अंबागढ़ चौकी नैक ग्रेडिंग बी प्लस"
नगर के शासकीय लाल चक्रधर शाह महाविद्यालय में पिछले दिनों 23 और 24 फरवरी 2 दिवस "राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (NAAC, नैक) द्वारा महाविद्यालय की गुणवत्ता एवं सुविधाओं का मूल्यांकन किया गया था। नैक पीयर मूल्यांकन अन्वीक्षण टीम ने पूरे महाविद्यालय का भ्रमण एवं समस्त विभागों के रिपोर्ट और रिकॉर्ड का सूक्ष्म निरीक्षण किया। उसके आधार पर नैक पीयर टीम की रिपोर्ट की जांच करने और मान्यता परिणामों की घोषणा करने के लिए कार्यकारी समिति द्वारा गठित स्थायी समिति द्वारा संसाधित और अनुमोदित किया गया। जिसमें संस्थान को 2.67 के सीजीपीए के साथ बी + ग्रेड पर सात बिंदु पैमाने पर 5 साल की अवधि के लिए मान्यता प्राप्त हुआ है।जो नवीन जिला मोहला-मानपुर-अं.चौकी में सबसे अधिक अंक वाला महाविद्यालय है।
महाविद्यालय इस उपलब्धि पर प्राचार्य डॉ.के.आर.मंडावी, समस्त अधिकारीगण,कर्मचारी गण, जनभागीदारी समिति सदस्य, विद्यार्थीगण एवं नगर के समस्त सम्मानीय नागरिकों ने एक दूसरे को बधाई एवं शुभकामनाएं देकर हर्ष व्यक्त किए।
क्या है नैक ग्रेडिंग-
नैक यूजीसी का एक हिस्सा है, इसका काम देशभर के विश्वविद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता को परखना और उनको रेटिंग देना है। यूजीसी की नई गाइडलाइन के तहत सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए नैक से मान्यता प्राप्त करना जरूरी है अगर किसी संस्थान ने इसकी मान्यता नहीं ली है तो उसे किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
क्या है ग्रेडिंग प्रक्रिया-
सबसे पहले शिक्षण संस्थान नैक की गुणवत्ता पर खरा उतरने के लिए तैयारी करते हैं. इसके बाद संस्थान नैक ग्रेडिंग के लिए आवेदन करते हैं. आवेदन करने के बाद नैक की टीम संस्थान का दौरा करती है. उसका निरीक्षण करती है. इस दौरान टीम कॉलेज में शिक्षण सुविधाएं, नतीजे, खेल सुविधाएं, ग्रंथालय, इंफ्रास्ट्रक्चर और कॉलेज का माहौल का निरीक्षण करती है. इसी आधार पर नैक की टीम अपनी रिपोर्ट तैयार करती है. इससे कॉलेज को सीजीपीए दिया जाता है और इसी के आधार पर ग्रेड जारी होते हैं।
ग्रेड 5 साल के लिए मान्य-
नैक के तहत कॉलेजों को पांच साल के लिए ग्रेड दिए जाते हैं. पांच साल बाद फिर से रेटिंग दी जाती है।
नैक रेटिंग से स्टूडेंट्स को शिक्षण संस्थान के बारे में सही जानकारी मिलती है. छात्रों को संस्थान के बारे में शिक्षा की गुणवत्ता, अनुसंधान, खेल, एनसीसी, एनएसएस, ग्रंथालय, बुनियादी ढांचा और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी जानकारी हासिल करने में आसानी होती है. नैक ग्रेडिंग के जरिए छात्र अपने लिए बेहतर कॉलेज तलाश कर सकते हैं. इतना ही नहीं, नैक ग्रेड शिक्षण संस्थानों की दी गई डिग्रियों का मूल्य भी निर्धारित करते हैं।