2024 के अक्टूबर महीने के अंत में जानिए रूस की अक्टूबर क्रांति को।
**रूसी अक्टूबर क्रांति**
अक्टूबर क्रांति, जिसे बोल्शेविक क्रांति भी कहा जाता है, 1917 में रूस में हुई एक ऐतिहासिक घटना थी जिसने विश्व इतिहास की दिशा को बदल दिया। यह रूसी साम्राज्य में हुआ एक समाजवादी क्रांति थी, जिसके नेतृत्व व्लादिमीर लेनिन और बोल्शेविक पार्टी ने किया। इस क्रांति का उद्देश्य ज़ार निकोलस II की तानाशाही को समाप्त कर एक समाजवादी सरकार की स्थापना करना था।
### पृष्ठभूमि
रूस में 1917 के पहले ही कई असंतोषों और असमानताओं का माहौल था। रूस ने प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था, जिसने रूस की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को कमजोर कर दिया। इस युद्ध के दौरान रूस को गंभीर नुकसान हुआ, लाखों सैनिक मारे गए और देश में भुखमरी, गरीबी और बेरोजगारी फैल गई। ज़ार की सरकार इन समस्याओं का समाधान करने में असमर्थ थी, जिससे जनता का असंतोष बढ़ गया।
### फरवरी क्रांति
मार्च 1917 में हुई फरवरी क्रांति (रूसी कैलेंडर के अनुसार फरवरी) के बाद ज़ार निकोलस II ने इस्तीफा दे दिया, और एक अंतरिम सरकार बनाई गई। लेकिन यह सरकार भी जनता की समस्याओं का समाधान नहीं कर सकी और प्रथम विश्व युद्ध जारी रखा, जिससे जनता और भी निराश हो गई। इस समय बोल्शेविक पार्टी ने क्रांति की योजना बनानी शुरू की।
### अक्टूबर क्रांति की घटना
24-25 अक्टूबर 1917 को, बोल्शेविकों ने पेत्रोग्राड (वर्तमान सेंट पीटर्सबर्ग) में स्थित अंतरिम सरकार के मुख्यालय, विंटर पैलेस पर कब्जा कर लिया। इस क्रांति के दौरान बिना किसी बड़े संघर्ष के सरकार का पतन हो गया और लेनिन के नेतृत्व में बोल्शेविक सत्ता में आए। बोल्शेविकों ने "शांति, भूमि और रोटी" का नारा दिया, जो जनता की जरूरतों और इच्छाओं के अनुरूप था।
### परिणाम
इस क्रांति के बाद रूस में एक समाजवादी सरकार की स्थापना हुई, जिसने सभी उद्योगों और कृषि को सरकारी नियंत्रण में ले लिया। ज़मींदारों की ज़मीनें किसानों में बांटी गईं और श्रमिकों को अधिक अधिकार मिले। अक्टूबर क्रांति के परिणामस्वरूप सोवियत संघ (USSR) का गठन हुआ, जो बाद में एक शक्तिशाली समाजवादी राज्य बना।
अक्टूबर क्रांति ने पूरे विश्व में समाजवादी आंदोलनों को प्रेरित किया और कई देशों में क्रांति की भावना का संचार किया।