रमन सिंह को बताना चाहिए 36000 करोड़ की चावल चोरी में मैडम सीएम कौन थी? - प्रतुल कौशल चंद्राकर

गरीबों के चावल में डाका डालने वाली रमन सरकार के मुखिया रहे रमन सिंह अब निशुल्क चावल देने वाले सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे है

रमन सिंह को बताना चाहिए 36000 करोड़ की चावल चोरी में मैडम सीएम कौन थी?  - प्रतुल कौशल चंद्राकर

उत्तर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी दुर्ग के प्रवक्ता एवं जिला महासचिव आईटी सेल एवं सोशल मीडिया ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह पर प्रहार करते हुए कहा कि डॉ रमन सिंह को बताना चाहिए 36000 करोड़ की चावल चोरी मैं मैडम सीएम कौन थी? सीएम सर कौन थे ?ऐश्वर्या रेजीडेंसी में कौन रहती थी? जिसको चावल चोरी का पैसा जाता था? गरीबों के चावल में डाका डालने वाली पूर्व रमन सरकार के मुखिया रहे डॉ रमन सिंह 36 हजार करोड़ के चावल चोरी के महापाप से बरी नहीं हो सकते। प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार प्रदेश की जनता को बिना दाम लिए चावल प्रदान कर रही है उस सरकार पर रमन सिंह आरोप लगाकर अपनी सरकार के दौरान हुई राशन घोटाला की हेराफेरी से बच नहीं सकते

उत्तर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी दुर्ग के प्रवक्ता एवं जिला महासचिव आईटी सेल एवं सोशल मीडिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार में गरीबों के चावल वितरण प्रणाली  पारदर्शी हुआ है मजबूत हुआ है राशन दुकानों की वेरिफिकेशन हुई है और जिन राशन दुकानों में त्रुटि पाई गई अनियमितता पाई गई ऐसे राशन दुकानों को निलंबित किया गया है निरस्त किया गया है और उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज हुई है और उनसे रिकवरी की गई है चावल वितरण प्रणाली को इतना मजबूत किया गया है कि जिन वाहनों में चावल लोड होकर राशन दुकान पहुंचते हैं वह सब में जीपीएस के ट्रैकर सिस्टम लगाए गए हैं राशन दुकानों में चावल वितरण के दौरान गड़बड़ी को रोकने के लिए हितग्राहियों के अंगूठा का निशान लिया जाता है उसके बाद ही चावल दिया जाता है ऐसे में गड़बड़ी होना नामुमकिन है और रमन सरकार के दौरान आसानी से चावल में गड़बड़ियां होती थी यही वजह है कि 36000 करोड़ की चावल चोरी उस दौरान हुई थी।
उत्तर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी दुर्ग के प्रवक्ता एवं जिला महासचिव आईटी सेल एवं सोशल मीडिया  ने कहा कि रमन सरकार के दौरान हुई 36000 करोड़ की चावल चोरी चिटफंड कंपनियों में घोटाला पनामा पेपर घोटाला की जांच की मांग पीएमओ कार्यालय से की गई है ईडी को पत्र लिखा गया है लेकिन चावल चोर को बचाने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार इस शिकायत की जांच नहीं करा रही है इससे स्पष्ट समझ में आता है कि 36000 करोड़ की चावल चोरी में प्रदेश भाजपा से लेकर केंद्र के भाजपा नेताओं  की भूमिका है गरीबों के अनाज में डाका डालने में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व भी शामिल है