बचपन का प्यार पाने दो बच्चों की माँ भागी किसी गैर मर्द के साथ, स्वयं को मृत घोषित करने जला दी 90 वर्षीय वृद्धा की लाश, झोलाछाप डॉक्टर सहित तीन गिरफ्तार

बचपन का प्यार पाने दो बच्चों की माँ भागी किसी गैर मर्द के साथ, स्वयं को मृत घोषित करने जला दी 90 वर्षीय वृद्धा की लाश, झोलाछाप डॉक्टर सहित तीन गिरफ्तार

भिलाई। पुलिस अधीक्षक दुर्ग ने थाना मोहन नगर क्षेत्रान्तगर्त हुए सनसनीखेज हत्या काण्ड मामले का खुलासा रविवार को किया है। दो बच्चों की माँ ने अपने बचपन का प्यार पाने शादीशुदा आशिक के साथ मिलकर प्लान बनाया और एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला को गंडई से दुर्ग लाकर अपने घर में बने स्टोर रूम में आग के हवाले कर दिया ताकि लोगों को लगे की महिला मर गई है। पुलिस इसी एंगल में जांच कर रही थी कि उन्हें सूचना मिली की महिला जिंदा है और गंडई स्थित अपने माइके में है। इस मामले में पुलिस ने श्रीमती सुप्रिया यादव पति भूपेन्द्र यादव उम्र 32 वर्ष निवासी कोष्टा तलाब के पास गिरधारी नगर दुर्ग, महिला आशिक झोलाछाप डॉक्टर उमेश कुमार साहू पिता स्व. रामूलाल साहू उम्र 37 वर्ष निवासी न्यू लक्ष्मी मेडिकल स्टोर टिकरीपारा,  वार्ड-12 गण्डई, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई तथा इस कांड के सहयोगी प्रदीप जंघेल पिता बलदाउ जंघेल उम्र 36 वर्ष निवासी खैरानवापारा, छुईखदान, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। घटना में प्रयुक्त कार क्रमांक सीजी 04 एलएम 7005 को जब्त किया है। शव का पी.एम. के पश्चात थाना मोहन नगर में धारा 302, 201, 120बी, 34 भादवि का अपराध उपरोक्त आरोपियों के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। 
रविवार को पुलिस कंट्रोल रूप भिलाई में पत्रकारवार्ता में पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ कुमार सिन्हा ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला को अपने बच्चों की याद आ रही थी लेकिन वह वापस दुर्ग घर नहीं जा सकती। नहीं तो मामले का पर्दाफांस हो जाएगा। ऐसे में महिला ने पुलिस को भ्रमित करने और इसे जादू टोने का रूप देने अपने शरीर पर सिंदूर लगाकर सड़क पड़े होने की नाटक कर 112 को सूचना दी। पुलिस की पूछताछ में महिला पहले दिग्भ्रमित करती रही लेकिन सवालों के घेरे में आकर सबकुछ उगल दिया। जिस 90 वर्षीय वृद्धा को जलाया गया है वह महिला की झोलाछाप डॉक्टर आशिक उमेश कुमार सहाू के पास इलाज करवाने आई थी। डॉक्टर उमेश कुमार साहू ने पहले उस वृद्धि को इंजेक्शन लगाकर बेहोश किया और तकिया से दम घुटकर मार डाला। उसके बाद अपने सहयोगी  प्रदीप जंघेल  से संपर्क कर लाश को कार द्वारा मोहन नगर स्थित महिला सुप्रिया यादव के घर ले गए। इसके बाद स्टोर रूप में लाश को रख उसमें आग लगा दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि श्रीमती मघु यादव पति रामदास यादव, निवासी गिरधारी नगर, दुर्ग को दिनांक 15-16 अगबस्त के दरम्यानी रात करीब 1:30 बजे अचानक जोरदार धमाके की आवाज सुनकर उठी। तभी पीछे आगन में देखी की स्टोर रूम में आग लग गया है जिससे अपने देवर भुपेन्द्र यादव को फोन करके जगायी, परिवार के सभी लोग उठकर आ गये और आग बुझाये व जलते हुये आग में कोई लाष को जलते देखा गया तथा देवरानी सुप्रिया यादव अपने कमरे में नहीं थी इससे एैसा भ्रम हुआ कि जली हुयी लाश सुप्रिया यादव का हो सकता है क्योंकि जलने के स्थल पर सुप्रिया यादव की चुड़ी एवं बिछिया पड़ी हुई थी उक्त घटना पर से थाना मोहन नगर में मर्ग क्रमांक 76/2023 धारा 174 जा.फौ. का पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया। 16 अगस्त की रात्रि 8:30 बजे सुप्रिया के मायके गंडई से सूचना प्राप्त हुयी कि सुप्रिया यादव खैरागढ़ एवं जालबांधा के बीच अचेत अवस्था में पड़ी थी होश आने के पश्चात डायल 112 के माध्यम से उसके मायके टिकरी पारा गंड़ई पहुँचाया गया है। सुप्रिया यादव के जीवित होने की पुष्टि के पश्चात अज्ञात शव का पता करना प्रारंभ किया गया जो शुरूआत में अत्यंत ही पेचिदा काम था।
इस सनसनीखेज घटना को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए श्रीमान् पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा द्वारा उक्त मर्ग के मामले में प्रथम दृष्टया हत्या का अपराध घटित होना प्रतीत होने पर से आरोपियों की तलाश एवं प्रकरण की वास्तविक स्थिति पता करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये थे, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनंत साहू, नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) मणिशंकर चंद्रा (रापुसे) एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) राजीव शर्मा के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक विजय यादव के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू एवं थाना मोहन नगर की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को पतासाजी हेतु लगाया गया था। 
सुप्रिया यादव को तलब कर पूछताछ करने पर पता चला कि वह गिरधारी नगर में अपने पति भुपेन्द्र यादव, दो बच्चों, सास व जेठ जेठानीयों व उसके बच्चों के साथ संयुक्त रूप से रहती थी। सास के द्वारा लगातार खरी खोटी सुनाने, टोका टॉकी करने से परेशान रहती थी। पूर्व से ही अपने मायके गंडई के मेडिकल स्टोर संचालक उमेश साहू से प्रेम प्रसंग होना था।  इसके कारण घर से प्रेमी के साथ जाने के लिए उसके साथ मिलकर योजना बनाना और अपने आप को मृत घोषित करने के लिए प्रेमी उमेश साहू जब  21 जुलाई से 8 अगस्त के मध्य दुर्ग में रहकर बी फार्मा परीक्षा दिलाने के दरम्यान अपने प्रमिका श्रीमती सुप्रिया यादव पति भूपेन्द्र यादव, उम्र 32 वर्ष निवासी गिरधारी नगर दुर्ग के साथ उक्त अवधि में अक्सर मुलाकात हुई और श्रीमती सुप्रिया यादव तथा उमेश साहू ने मिलकर यह अपराधिक षडयंत्र रचा कि किसी महिला को मारकर श्रीमती सुप्रिया यादव के गिरधारी नगर दुर्ग के  स्टोर रूम में जला दिया जाये इससे श्रीमती सुप्रिया यादव की मृत्यु जलकर दिखाकर अपने प्रेमी उमेश साहू के साथ भागकर चली जाये व हमेशा के लिये श्रीमती सुप्रिया यादव का अस्तित्व समाप्त हो जाये।
 

क्लिनिक में इलाज कराने आई वृद्ध को बेहोश कर उतारा मौत के घाट
इसी षडयंत्र के तारतम्य में श्रीमती सुप्रिया यादव का प्रेमी तथाकथित डॉक्टर आरोपी उमेश साहू ने गण्डई स्थित अपने क्लिनिक में लंबे समय से ईलाज कर रहे श्रीमती सुरजा बाई मरकाम उम्र 90 वर्ष निवासी टिकरीपारा गंडई को जो 14 अगस्त को शाम आरोपी उमेश साहू के पास ईलाज कराने हेतु गण्डई स्थित उसके क्लिनिक एवं मेडिकल स्टोर मे आई थी। उसे गला दबाकर मारकर बोरे में भरकर अपने मेडिकल स्टोर के फ्रिज में रख दिया था तथा अपने इस कृत्य के बारे में अपने मित्र प्रदीप जंघेल निवासी खैरानवापारा छुईखदान को भी बताया। उक्त मित्र के साथ अपने भाई की होण्डा अमेज कार सीजी 04 एलएम 7005 के डिक्की में रख कर शव को 15 अगस्त रात्रि करीब 10 बजे दुर्ग लेकर पहूंचा। प्रेमिका श्रीमती सुप्रिया यादव व प्रेमी तथाकथित डॅाक्टर उमेश साहू अपने पूर्व षडयंत्र के मुताबिक शव को कार से श्रीमती सुप्रिया यादव के घर गिरधारी नगर दुर्ग के मकान के पीछे दरवाजे के पास रात्रि करीब 10 बजे पहुंचा व श्रीमती सुप्रिया यादव को उमेश साहू ने अपने मोबाईल फोन से मैसेज कर श्रीमती सुरजा बाई के शव को सुप्रिया यादव के घर के अन्दर कॉटा एवं तार फेन्सिग को हटा कर ले गया तथा सुप्रिया यादव के स्टोर रूम  जहां पूर्व से कण्डे एवं लकडिय़ॉ रखी थी उसमें रख कर शव को पेट्रोल डाल कर जला दिया गया। इस दरम्यान स्टोर रूम में काफी जोर का धमाका भी हुआ जिसे मोहल्ले के लोग देखे व सुने भी है। आरोपीगण प्रेमी उमेश साहू एवं प्रेमिका श्रीमती सुप्रिया यादव शव को जलाने के पश्चात कार में पहले से मौजूद आरोपी उमेश साहू के साथी प्रदीप जंघेल तीनों देर रात करीब 2 बजे गण्डई के लिये रवाना हो गये। श्रीमती सुप्रिया यादव गण्डई स्थित उमेश साहू के मेडिकल स्टोर में उसके साथ रात रूकी। सुबह होने पर श्रीमती सुप्रिया यादव को अपने बच्चों की याद आने पर वापस गिरधारी नगर दुर्ग आने की जिद करने लगी। उसके पश्चात प्रेमी उमेश साहू द्वारा उसे खैरागढ में छोड़ दिया गया। जहॉ वह सिंदूर और बंदन को अपने शरीर पर लगाकर पास के एक घर में जाकर बेहोशी की मनगढंत कहानी बनाकर मदद मांगी। इस कार्रवाई में थाना मोहन नगर से उ.नि. शीशुपाल चंद्रवंशी, सउनि प्रमोद सिंह, प्र.आर. अजय विश्वकर्मा, शहीद खान, महिला प्र.आर. मोनिका गुप्ता, आरक्षक सचिन सिंह, विष्वजीत टण्डन, शकील खान तारकेष्वर, भूषण जोशी,  देवव्रत ठाकुर, महिला आरक्षक नीतू पद्माकर, शशिकला देशमुख एवं एसीसीयू से सउनि राजेश पाण्डेय, शमित मिश्रा, प्र.आर.नरेन्द्र सिंह, शिव तिवारी, चन्द्रशेखर बंजीर, सत्येन्द्र मढ़रिया, आरक्षक शौकत, शोभित सिन्हा, नरेन्द्र सहारे, रिन्कू सोनी, अमित दुबे, भावेश पटेल, डी प्रकाश, गुनित कुमार, राजकुमार चन्द्रा, बालमुकुन्द, चित्रसेन, केशव साहू की उल्लेखनीय भूमिका रही।