भारत ने रचा इतिहास, 100 करोड़ टीके की खुराक का आंकड़ा पार

भारत ने रचा इतिहास, 100 करोड़ टीके की खुराक का आंकड़ा पार

भारत ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में नया मुकाम हासिल किया है. भारत ने गुरुवार को 100 करोड़ टीके की खुराक का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया. कोविड के खिलाफ यह उपलब्धि नौ महीने में मिली. 100 करोड़ टीके की खुराक का आंकड़ा पार करने पर देशभर में जश्न का माहौल है. इस अवसर पर केंद्र सरकार कई कार्यक्रम आयोजित कर रही 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी सिलसिले में आज स्वास्थ्यकर्मियों से संवाद करेंगे. वह सुबह 10:30 बजे दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में होने वाले खास कार्यक्रम में शामिल होंगे और हेल्थकेयर वर्कर्स से बात करेंगे.

वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया लाल किले से कैलाश खेर के गाए गीत और एक ऑडियो विजुअल फिल्म को लॉन्च करेंगे.

16 जनवरी को शुरू हुआ था टीकाकरण अभियान

देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान जनवरी 2021 में शुरू हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी, 2021 को राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत की थी. सरकार ने ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की ओर से विकसित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.

टीकाकरण के दौरान देश में कई रिकॉर्ड भी बने. 18 सितंबर को पूरे देश में वैक्सीन के 2.5 करोड़ डोज लगाए गए थे. टीके देने के लिए देश भर में 52,088 केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें से 50,056 सरकारी केंद्र हैं, जहां मुफ्त टीका दिया जा रहा है. जबकि 2,032 प्राइवेट हैं.

वैक्सिनेशन में यूपी नंबर वन, फुल डोज में महाराष्ट्र अव्वल

वैक्सिनेशन के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर वन की पोजिशन पर है. यहां अब तक 12.21 करोड़ से अधिक लोग वैक्सीन ले चुके हैं. फुल वैक्सिनेटेड यानी दोनों डोज लेने वालों की तादाद करीब 2 करोड़ 78 लाख है. 9.32 करोड़ वैक्सिनेशन डोज के साथ महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर काबिज है. फुल वैक्सीनेशन में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है. यहां दोनों डोज लेने वालों की संख्या 2.88 करोड़ है.

तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है, जहां 6.85 करोड़ डोज लगाई गई है. यहां 1.87 करोड़ लोगों ने दोनों डोज ले ली है. चौथे पायदान पर गुजरात है, जहां करीब 6.76 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई. यहां 2.35 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज मिली है. 6.72 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाकर मध्य प्रदेश पांचवें पायदान पर है.

कदम दर कदम पहुंच गए 100 करोड़ के पास

एक करोड़ टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में भारत को 34 दिन लगे. 20 फरवरी को भारत ने एक करोड़ टीके का आंकड़ा हासिल किया था.फर्स्ट फेज में सीनियर सिटिजन, मेडिकल सर्विसेज से जुड़े कर्माचारी और कोरोना वॉरियर्स को ही टीका दिया जा रहा था. 1 अप्रैल से 45 प्लस वाले लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ. पहली मई से 18 से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण शुरू हुआ था. भारत को पहले 10 करोड़ टीकाकरण के आंकड़े को छूने के लिए 85 दिन लगे थे, लेकिन 65 करोड़ खुराक से 75 करोड़ खुराक तक का सफर भारत ने सिर्फ 13 दिनों में पूरा कर लिया.

विदेशों में क्या है टीकाकरण का हाल

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पूरी दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन में वैक्सीन की 221 करोड़ डोज लगाई गई है. वहां की 47.5 फीसदी आबादी दोनों डोज लेकर फुल वैक्सीनेटेड है. अमरेका की 57 पर्सेंट आबादी को दोनो डोज मिल गई है. फुल वैक्सीनेशन में संयुक्त अरब अमीरात नंबर वन है. वहां की 85 पर्सेंट लोग पूरी तरह वैक्सीनेटेड हैं यानी दोनों डोज ले चुके हैं. जापान के 65.8 पर्सेंट लोग और ब्रिटेन के 67. 3 फीसद नागरिकों को डोज कंप्लीट हो चुकी है. फ्रांस और कनाडा का रेकॉर्ड भी बेहतर है.

भारत सरकार के अनुसार, देश में एक अरब 36 करोड़ लोगों को वैक्सीन देना है. अभी भारत सरकार ने बच्चों के लिए भी कोवैक्सीन की मंजूरी दी है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल जनवरी 2022 से यह 2 साल से 18 साल तक के बच्चों को दिया जाएगा. फिलहाल भारत सरकार का लक्ष्य दिसंबर तक 18 से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन की दोनों डोज उपलब्ध कराने की है.