भाजपा के लगातार विरोध के बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार को लगातार मिल रहे अवार्ड, जानिये क्या है समीकरण

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को लगातार मिल रहे पुरस्कारों को लेकर प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है. एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार, केंद्र सरकार पर असहयोग का आरोप लगाती रही है. वहीं भाजपा प्रदेश सरकार पर योजनाओं को क्रियान्वयन नहीं करने का आरोप लगा रही है...

भाजपा के लगातार विरोध के बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार को लगातार मिल रहे अवार्ड, जानिये क्या है समीकरण

छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार केंद्र की भाजपा सरकार पर सहयोग न नहीं करने का आरोप लगाती रही है. वहीं छत्तीसगढ़ में विपक्ष में बैठी भाजपा भी राज्य की कांग्रेस सरकार पर योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं करने समेत अन्य आरोप लगाती रही है. लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि छत्तीसगढ़ को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए लगातार केंद्र सरकार ने एक के बाद एक सम्मान और पुरस्कृत पुरस्कार दिये हैं. इनमें कई पुरस्कार ऐसे भी हैं, जिनकी योजनाओं का उचित क्रियान्वयन नहीं किये जाने का भाजपा ने आरोप लगाया है. आइये जानते हैं छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को मिले इन अवार्ड को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के क्या तर्क हैं.

छत्तीसगढ़ के भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव  का कहना है कि यदि पुरस्कार ही मापदंड होता तो आम जनता क्यों प्रदर्शन करेगी. राज्य सरकार को पुरस्कार मिल रहा है, इससे हमें कोई आपत्ति नहीं. लेकिन अगर राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है तो आज धरना स्थल में जगह कम क्यों पड़ रही है. तमाम संगठन आंदोलन क्यों कर रहे हैं. गलत डाटा के आधार पर सरकार पुरस्कार प्राप्त करना चाहती है तो वह पुरस्कार 5 साल प्राप्त होंगे, लेकिन 5 साल के बाद जनता की अदालत में जो पुरस्कार लेना है वह पाने में कांग्रेस सरकार असफल रहेगी.

महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम का कहना है कि भाजपा खुद अपनी बातों का मजाक उड़ाती है. केंद्र में भाजपा की सरकार है. राज्य में कांग्रेस की सरकार है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में जो काम किये जा रहे हैं, उसकी केंद्र सरकार द्वारा सराहना की जा रही है. बीच-बीच में पुरस्कार भी दिये जा रहे हैं. यह पुरस्कार भारतीय जनता पार्टी ही दे रही है. जब प्रदेश में अच्छा काम हो रहा है, तभी तो केंद्र द्वारा पुरस्कार दिया जा रहा है. आज देशभर के एक सर्वे में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री की श्रेणी में प्रथम स्थान  दिया गया है.

15 साल भाजपा ने जनता को छला, इसलिए हमें मिला तीन चौथाई बहुमत

छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर द्वारा राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर लगाए आरोपों पर फूलों देवी नेताम ने कहा कि आप लोगों ने डॉ रमन सिंह के कार्यकाल को भी देखा है. उन्होंने 15 साल में छत्तीसगढ़ की जनता के साथ छलावा किया है. उन्हें ठगा है. यही वजह है कि इस बार कांग्रेस को तीन चौथाई बहुमत के साथ सरकार बनाने का मौका मिला है.


आइए जानते हैं कि ऐसे कौन से राष्ट्रीय पुरस्कार हैं जो छत्तीसगढ़ को साल 2021 में मिले हैं...

17 दिसम्बर 2021 : सीसीटीएनएस और आईसीजेएस में गुड प्रैक्टिस के लिए देशभर में छत्तीसगढ़ को मिला था दूसरा स्थान.

13 दिसम्बर 2021 : देशभर में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से सर्वाधिक डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने के लिए छत्तीसगढ़ को मिला प्रथम पुरस्कार.

3 दिसंबर 2021 : राष्ट्रीय स्तर पर फिर सम्मानित हुआ छत्तीसगढ़. दिव्यांगजनों के कल्याण के उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदेश को मिले तीन राष्ट्रीय पुरस्कार.

21 नवंबर 2021 : सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज 2021 श्रेणी में बेस्ट स्टेट का अवार्ड छत्तीसगढ़ के नाम रहा.

20 नवम्बर 2021 : छत्तीसगढ़ को मिला देश का सबसे स्वच्छतम राज्य का अवॉर्ड. राष्ट्रपति के हाथों मुख्यमंत्री बघेल ने ग्रहण था किया स्वच्छता अवार्ड.

23 सितंबर 2021 : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना में श्रेष्ठ प्रदर्शन पर छत्तीसगढ़ को चार राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे.

17 सितंबर 2021 : प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ को देशभर में मिला था द्वितीय पुरस्कार.

27 अगस्त 2021 : लघु वनोपजों के संग्रहण में मॉडल राज्य के रूप में उभरा छत्तीसगढ़. देश में सर्वाधिक 11 पुरस्कारों से छत्तीसगढ़ को केन्द्रीय मंत्री ने नवाजा था.

24 अप्रैल 2021 : राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार-2021 के लिए छत्तीसगढ़ को 12 पुरस्कार मिले थे.

21 अप्रैल 2021 : छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय ई-पंचायत पुरस्कारों में दूसरा स्थान मिला.

14 अप्रैल 2021 : हेल्थ एंड वेलनेस एप्लीकेशन के उपयोग में छत्तीसगढ़ को मिला पुरस्कार.

03 अप्रैल 2021 : छत्तीसगढ़ की पंचायतों ने फिर दिखाया दम. लगातार तीसरे साल 11 राष्ट्रीय पुरस्कार मिले.

01 अप्रैल 2021 : राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड 2021 के तहत कोण्डागांव को दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार मिला.

08 मार्च 2021 : राजनांदगांव के ग्राम खुटेरी की जय मां दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुईं.

24 फरवरी 2021 : बिलासपुर जिले को पीएम किसान सम्मान निधि के श्रेष्ठ क्रियान्वयन के लिए मिला राष्ट्रीय अवार्ड.

01 जनवरी 2021 : मोर जमीन-मोर मकान में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ को मिला पुरस्कार.

बेस्ट कन्वर्जेंस विथ अदर मिशन की श्रेणी में छत्तीसगढ़ को मिला पुरस्कार.

बेस्ट परफॉर्मिंग म्युनिसिपल काउंसिल श्रेणी में डोंगरगढ़ को मिला इनाम.

बेस्ट हाउस कंस्ट्रक्शन श्रेणी में हितग्राहियों को मिला पुरस्कार.


पुरस्कारों को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत जारी

बहरहाल पक्ष-विपक्ष के इन दावों के बीच छत्तीसगढ़ में पुरस्कारों को लेकर सियासत जारी है. जहां एक ओर विपक्ष का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा भेजे गए आंकड़ों के आधार पर केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कार दिया जाता है. वहीं सत्तापक्ष, विपक्ष पर अपनी बातों का मजाक उड़ाने की बात कह रहा है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या वाकई राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है. या फिर यह महज आंकड़ों की जादूगरी भर है. इसका फैसला आने वाले समय में प्रदेश की जनता ही तय करेगी कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ.