सांसद राहुल गांधी को लुभाया पांच रंगों की गोभी एवं बस्तर की कॉफी ने
"जो कॉफी का बेहतरीन स्वाद मैंने चखा है ,वह न केवल राज्य की जनता बल्कि देश को लोगों को इस काफी का स्वाद चखने का मौका मिलना चाहिए" । सांसद श्री राहुल गांधी ने यह बात आज साइंस कॉलेज मैदान में राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर योजना के शुभारंभ अवसर पर मंच से अपने उद्बोधन के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के कृषि एवं वनोपज के उत्पाद न सिर्फ देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में जाने चाहिए।
यहां यह उल्लेखनीय है कि सांसद राहुल गांधी छत्तीसगढ़ शासन की उक्त महत्वाकांक्षी योजना के शुभारंभ से पहले साइंस कॉलेज मैदान में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन करने के दौरान बस्तर डोम पहुंचे थे । इस डोम में बस्तर संभाग के विभिन्न जिलों के कृषक संगठनों, महिला स्व -सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री एवं नवाचार को प्रदर्शित किया गया है। स्टालों के मुआयना के दौरान सांसद श्री राहुल गांधी ने कई स्थानीय खाद्य पदार्थों का जायका लेने के साथ ही बस्तर कैफे में बस्तर की कॉफी का स्वाद लिया , जिसका टेस्ट उन्हें खूब पसंद आया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने बस्तर की कॉफी की प्रशंसा की और इसके इंटरनेशनल मार्केटिंग के प्रमोशन की बात कही।
सांसद राहुल गांधी ने साइंस कॉलेज मैदान में उद्यानिकी विभाग द्वारा लगाई गई बाड़ी की जीवंत प्रदर्शनी का अवलोकन किया। स्व- सहायता समूह की महिलाओं ने बाड़ी के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
सांसद राहुल गांधी ने उद्यानिकी कृषकों द्वारा छत्तीसगढ़ में उगाई जा रही 5 रंगों की गोभी को देखकर आश्चर्य मिश्रित प्रसन्नता जताई और इसके बारे में जानकारी ली। सांसद राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में खेती में हो रहे नवाचार खास करके उद्यानिकी फसलों के अंतर्गत चाय और कॉफी की खेती, मसाला फसलों और औषधीय खेती की सराहना की। उन्होंने इसके लिए राज्य के किसानों को बधाई और शुभकामना देते हुए उनकी लगन और मेहनत की सराहना की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे एवम अन्य मंत्रिगण उनके साथ थे।