₹फटाफट टैंक फुल करवा लो, 'चुनावी ऑफर' खत्म हो रहा : राहुल गांधी का केंद्र पर साधा निशाना
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने रिपोर्ट में कहा कि दो महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से खुदरा तेल कंपनियों को लागत निकालने के लिए 16 मार्च 2022 या उससे पहले ईंधन की कीमतों में 12.1 प्रति लीटर की वृद्धि करनी होगी.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने विधानसभा चुनाव के दौरान पेट्रोल एवं डीजल (Petrol Diesel Prices) की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा, जनता को अपनी गाड़ी का टैंक फुल करवा लेना चाहिए,क्योंकि मोदी सरकार का 'चुनावी ऑफर' खत्म होने जा रहा है. कांग्रेस का दावा है कि उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की वजह से पिछले कुछ सप्ताह से पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं और चुनाव पूरे होने के बाद इसमें बढ़ोतरी होगी. कई रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मौजूदा समय में कच्चे तेल के दाम के हिसाब से पेट्रोल-डीजल का रेट तय किया जाता है तो 10 से 12 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हो सकती है.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने रिपोर्ट में कहा कि दो महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से खुदरा तेल कंपनियों को लागत निकालने के लिए 16 मार्च 2022 या उससे पहले ईंधन की कीमतों में 12.1 प्रति लीटर की वृद्धि करनी होगी. तेल कंपनियों के मार्जिन को भी जोड़ लें, तो 15.1 रुपये प्रति लीटर की मूल्य बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत गुरुवार को 120 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई थी, जो बीते नौ वर्षों में सबसे ज्यादा है.
शुक्रवार को इसकी कीमत थोड़ी घटकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई. उल्लेखनीय है कि कच्चे तेल की कीमत में उछाल को रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर देखा जा रहा है. रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों से वैश्विक तेल आपूर्ति में और रुकावट आने की संभावना है. जबकि ईरान, वेनेजुएला जैसे देश पहले ही प्रतिबंधों के कारण पर्याप्त तेल आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं.