"अराजक तत्व": भारत ने पैगंबर पर बीजेपी नेताओं की टिप्पणी को खारिज किया
कतर में भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने कहा : "राजदूत ने अवगत कराया कि ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. ये अराजक तत्वों के विचार हैं."
भारत ने रविवार को कतर को बताया कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ विवादित टिप्पणी भारत सरकार के नहीं बल्कि अराजक तत्वों के विचार हैं. भारत में एक आपत्तिजनक ट्वीट पर कतर के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के संबंध में मीडिया के प्रश्न के जवाब में कतर में भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, "राजदूत दीपक मित्तल ने विदेश कार्यालय में एक बैठक की थी. इसमें भारत में व्यक्तियों द्वारा धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने वाले कुछ आपत्तिजनक ट्वीट्स के संबंध में चिंता जताई गई. राजदूत ने बताया कि ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. यह तुच्छ तत्वों के विचार हैं.
प्रवक्ता ने कहा, "हमारी सभ्यतागत विरासत और विविधता में एकता की मजबूत सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है. अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है."
इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया और अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित भड़काऊ टिप्पणी के बाद अपने दिल्ली मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया.
प्रवक्ता ने कहा, "संबंधित लोगों द्वारा एक बयान भी जारी किया गया है जिसमें सभी धर्मों के सम्मान पर जोर दिया गया है, किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व का अपमान करने या किसी धर्म या संप्रदाय को अपमानित करने की निंदा की गई है."
प्रवक्ता ने कहा कि निहित स्वार्थी लोग जो भारत-कतर संबंधों के खिलाफ हैं, इन अपमानजनक टिप्पणियों का उपयोग करके लोगों को उकसा रहे हैं.
प्रवक्ता ने कहा, "हमें ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ मिलकर काम करना चाहिए, जिनका उद्देश्य हमारे द्विपक्षीय संबंधों की ताकत को कम करना है."
इस बीच उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने तीन देशों के दौरे के दौरान एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ कतर की चार दिवसीय यात्रा शुरू की है. इस यात्रा में सेनेगल और गैबॉन की यात्रा भी शामिल है.
कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार को देश में भारत के राजदूत डॉ दीपक मित्तल को तलब किया और उन्हें एक आधिकारिक नोट सौंपा. उसमें कतर की ओर से विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर निराशा, उस पर पूरी तरह से अस्वीकृति जताई गई और निंदा की गई.
इस बीच, कतर ने भारत में सत्तारूढ़ दल द्वारा जारी बयान का स्वागत किया जिसमें उसने पार्टी के अधिकारियों के निलंबन और निष्कासन की घोषणा की है.