स्कूली बच्चों को मिलेगी निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें
शासकीय एवं अनुदान प्राप्त शालाओं में 18 अप्रैल से वितरण होगा प्रारंभ
छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए शासकीय एवं अनुदान प्राप्त विद्यालयों के कक्षा पहली से दसवीं की हिन्दी माध्यम की पाठ्य पुस्तकों के वितरण हेतु कार्ययोजना बनाई गई है। जिसके अनुसार शासकीय एवं अनुदान प्राप्त शालाओं के कक्षा 9वीं एवं 10वीं की हिन्दी माध्यम की निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें हाई स्कूल स्तर पर पहुंचाकर वितरण किया जाएगा। इस संबंध में संभागीय संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा से जिलावार छात्र संख्या छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम को प्राप्त हो जाने की स्थिति में 18 अप्रैल से पाठ्य पुस्तक वितरण का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। जिलावार प्राप्त छात्र संख्या के अनुरूप पाठ्य पुस्तक निगम मुख्यालय के एनआईसी शाखा द्वारा ऑनलाइन अपलोड किए गए डाटा अनुसार ही निगम के सभी डिपो प्रभारी पाठ्य पुस्तकों के वितरण का कार्य सुनिश्चित करेंगे।
छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के 6 डिपो के माध्यम से 5 हजार 540 संकुल, 4 हजार 720 हाई स्कूलों में पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जाएगा। कक्षा पहली से 10वीं तक निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों के वितरण शासकीय एवं अनुदान प्राप्त विद्यालय को 18 अप्रैल से 31 मई के मध्य पाठ्य पुस्तकों की उपयोगिता के आधार पर किया जाएगा। निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों की वितरण की शुरूआत कक्षा 9वीं एवं 10वीं की शासकीय एवं अनुदान प्राप्त विद्यालयों को किया जाएगा। वितरण 4 हजार 720 हाई स्कूलों की संख्या को लक्ष्य मानकर किया जाएगा। हाई स्कूलों में वितरण के बाद कक्षा पहली से 8वीं के विद्यार्थियों के लिए 5 हजार 540 संकुलों में वितरण किया जाएगा। शासकीय अनुदान प्राप्त विद्यालयों में पाठ्य पुस्तकों का वितरण कार्यपूर्ण होने पर निजी विद्यालयों को पाठ्यपुस्तकों का वितरण निगम के 6 स्थायी डिपो से किया जाएगा। पाठ्य पुस्तकों का वितरण एवं परिवहन रविवार एवं अन्य शासकीय अवकाश के दिनों में संचालित रहेगा। यदि निर्धारित संख्या से कम या अधिक पाठ्य पुस्तकें प्राप्त होती हैं तो इसका उल्लेख करने के बाद ही परिवहनकर्ता को पावती उपलब्ध कराएं। किसी कक्षा विशेष की पाठ्य पुस्तकों की बंडलों में पाए गए कम या अधिक की सूचना तत्काल वितरण प्रभारी को देना होगा। पाठ्य पुस्तकों की अधिस्वीकृति प्राप्त करने के बाद कम या अधिक पाठ्य पुस्तकों की शिकायत प्राप्त होने पर समस्त जवाबदारी प्राप्तकर्ता की होगी।