विष्णुदेव साय बने छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री, पढ़े किसान से लेकर CM तक का सफर
रायपुर। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद पार्टी ने मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया है. प्रदेश के आदिवास नेता और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे. भाजपा विधायक दल की बैठक में इनके नाम का ऐलान किया गया. विष्णुदेव साय प्रदेश के चौथे मुख्यमंत्री होंगे.
भाजपा नेताओं ने बताया कि आज पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना। इस दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया।विधायक दल की बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा भी मौजूद रहे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम मौजूद भी बैठक में शामिल थे। सुबह करीब नौ बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में विधायकों के साथ मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन होता रहा। इसके बाद विष्णुदेव साय का नाम फाइनल हुआ और दिल्ली से भी उनके नाम पर मुहर लग गई।
मुख्यमंत्री पद के लिए साय के नाम की घोषणा होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने साय का स्वागत किया। सभी ने उन्हें फूल-मालाएं पहनाईं और बधाइयां दीं। गौरतलब है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीट जीती हैं। पिछले चुनाव 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार 35 सीट पर सिमट गई है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) राज्य में एक सीट जीतने में कामयाब रही।
विष्णुदेव राय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी इलाके के कांसाबेल से लगे बगिया गांव के रहने वाले मूलत: किसान हैं। राज्य में आदिवासी समुराय की आबादी सबसे अधिक है और वे इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी गिनती रमन सिंह के करीबी लोगों में होती है। 1989 में अपने गांव बगिया से पंच पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले विष्णुदेव साय 1990 में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए थे। इसके बाद तपकरा से विधायक चुनकर 1990 से 1998 तक वे मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद 1999 में वे 13 वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए।
इसके बाद भाजपा ने उन्हें 2006 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से फिर से सांसद बने। इसके बाद 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए वे फिर से रायगढ़ से सांसद बने। इस बार केंद्र में मोदी की सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय बनाया। वे 27 मई 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे। पार्टी ने 2 दिसंबर 2022 को उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया। इसके बाद विष्णुदेव साय 8 जुलाई 2023 को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया। विष्णुदेव साय 2020 में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। संघ के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती है। विष्णुदेव साय की इसी मजबूत प्रोफाइल की वजह से उन्हें पार्टी ने सबसे बड़ा पद दिया है।