पुलिस परिवार से किए वादा पूरा करे सरकार पुलिस परिवार के साथ झूमाझटकी व बल प्रयोग उचित नही वोट लेकर अब वादा पूरा करने से मुकर गई है सरकार - बृजमोहन अग्रवाल

पुलिस परिवार से किए वादा पूरा करे सरकार  पुलिस परिवार के साथ झूमाझटकी व बल प्रयोग उचित नही  वोट लेकर अब वादा पूरा करने से मुकर गई है सरकार   - बृजमोहन अग्रवाल

भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पुलिस परिवार के लोगों को आंदोलन के दौरान आज बल प्रयोग व गिरफ्तार करने को लेकर भूपेश बघेल सरकार के ऊपर तीखा हमला करते हुए कहा है कि यह सरकार वादाखिलाफी की सरकार है। भूपेश बघेल को पुलिस व उनके परिवार की जरूरत सिर्फ वोट लेने तक ही सीमित थी। वोट लेने के बाद 3 साल तक इन्हें पुलिस परिवार की याद नहीं आई और आज जब पुलिस परिवार अपनी जायज मांगों को लेकर सरकार के द्वारा किए गए वादे को याद दिलाने के लिए आंदोलन करने सामने आए तो यह सरकार दमन में उतर आई है।  बारिश में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने वाले आंदोलनकारियों को बलपूर्वक  रौंदा गया, पुलिस बर्बरता के चलते अनेक लोग घायल  हुए है, जिसमे महिलाएं भी शामिल है। आंदोलन को कुचलने लोगो को  जेल में डाला जा रहा है यही है भूपेश सरकार का असली दमन वाला चरित्र।

श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव के पूर्व वोट लेने के लिए पुलिस परिवार को व पुलिस कर्मचारियों को नए-नए सब्जबाग दिखाए थे। जितने वादे किए थे उसमें एक भी वादा इन 3 सालों में पूरा नहीं कर पाए और आज जब पुलिस परिवार के सदस्य इन्हीं वादों को याद दिलाने के लिए रावणभाटा में इकट्ठा हुए तो उन्हें ना तो अपनी बातें रख दे दी गई और ना ही उनकी बातें सुनी गई? बल्कि जायज मांगों को लेकर सड़क में उतरे इन परिवारों को पुलिस ने बलपूर्वक वहां से भगाया, धक्का मुक्की की। महिलाओं, बच्चो सहित लोग  घायल हुए है। अनेक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, यह घटना सरकार की हठधर्मिता एवं उनके चरित्र को दिखाता है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि सरकार इन परिवारों को लंबे समय से सब्जबाग दिखा रही है। 3 साल की सीमा समाप्त होने के बाद अब इन परिवारों के इंतजार की इंतेहा हो गई। तब इन परिवारों ने सड़क में प्रदर्शन का रास्ता अपनाया हैं और प्रजातंत्र और संविधान में उन्हें मिले प्रदर्शन के अधिकार को समाप्त  करते हुए सरकार उनके इस रास्ते को भी बंद करने पर तुली हुई है। 

श्री अग्रवाल ने सरकार से पूछा क्या हुआ सप्ताह में एक दिन अवकाश का? क्या हुआ वेतन विसंगतियों का? क्या हुआ वेतन वृद्धि का? क्या हुआ इनकी अन्य मांगों का। बृजमोहनअग्रवाल ने पुलिस परिवारों के मांगों का समर्थन करते हुए कहा है कि सरकार को इन परिवारों को किए गए एक-एक वादे को तत्काल पूरा करना चाहिए।