रायपुर उत्तर विस क्षेत्र के सैकड़ों परिवार ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
छत्तीसगढ़ सरकार के राजस्व मंत्री के विभाग से त्रस्त राजधानी के सैकड़ों परिवार ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दे दी है।
यहां सालों से बी-1 राजस्व रिकार्ड में सुधार के लिए भटक रहे रायपुर उत्तर विधानसभा के 100 से अधिक परिवार ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी देते हुए पूरे कालोनी में बैनर-पोस्टर लगा दिया है।
पोस्टर में बकायदा सभी पार्टियों को संदेश देते हुए ये भी लिखा गया है कि…. “बी-1 का वादा,फिर मतदान का इरादा”। नाराज कालोनी वासियों की इस सालों पुरानी समस्या और पूरे कालोनी में चुनाव बहिष्कार का पोस्टर लगने के बाद इस विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप जुनेजा की मुश्किले बढ़ती नजर आ रही है।
छत्तीसगढ़ में चुनाव के दिन अब जैसे-जैसे करीब आते जा रहे है, भाग्य विधाता कहे जाने वाले मतदाता भी अपने नेता और उनके विभाग की नाफरमानी याद दिला रहे है।
ताजा मामला राजधानी के रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र का है। यहां के शंकर नगर,फ्लाई ओव्हर समेत श्रीराम नगर में रहने वाले सैकड़ों परिवारों ने पूरे कालोनी में चुनाव बहिष्कार का पोस्टर-बैनर लगा रखे है।
पोस्टरों बकायदा कालोनी वासियों ने अपना दर्द बयां करते हुए चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है। कालोनी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि राजस्व विभाग में उनके मकान का बी-1 और राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ी है।
जिसे सुधरवाने के लिए राजस्व विभाग के चक्कर काट-काट के कालोनी के लोग परेशान हो गये। लेकिन राजस्व विभाग द्वारा राजस्व रिकार्ड में मौजूदा सरकार का पूरा कार्यकाल बीत जाने के बाद भी नही हो सका।
कालोनी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि राजस्व रिकार्ड दुरूस्त नही होने के कारण आज भी सभी लोग अपनी ही संपत्ति के दस्तावेजों के लिए भटक रहे है। यहीं वजह है कि इन कालोनियों में रहने वाले 100 से अधिक परिवार ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है।
पूरे कालोनी में लगे पोस्टर में बताया गया है कि कालोनी के लोग अपने ही संपत्ति के लिए कितने हलाकान है। बावजूद इसके कालोनीवासियों की इस गंभीर समस्या को लेकर ना तो शासन ने घ्यान दिया और ना ही राजस्व विभाग ने कोई पहल की।
आपको बता दे कि रायपुर उत्तर से कांग्रेस ने कुलदीप जुनेजा को अपना प्रत्याशी बनाया है, वहीं बीजेपी ने इस विधानसभा सीट से पुरेंदर मिश्रा को मैदान में उतारा है।
ऐसे में एक तरफ प्रदेश भर में नई तहसील और उप-तहसील खोलकर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल जहां राजस्व के कार्यो में सहुलियत का दावा करते आये है, वही राजधानी के ही पाॅश कालोनी की इस समस्या का निपटारा उनका विभाग कर पाने में नाकाम साबित हुआ है। यहीं वजह है कि मंत्रीजी के विभाग से राजधानी रायपुर के सैकड़ों परिवार ने त्रस्त होकर चुनाव बहिष्कार का मन बना लिया है।
ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि राजधानी के पाॅश कालोनी में चुनाव बहिष्कार के इस ऐलान के बाद किसे फायदा होता है और किसे नुकसान…..ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।