बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया पर सेबी का 'एक्शन', निवेशकों को बिड वापसी का मौका
बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया पर सेबी ने कड़ी कार्रवाई की है. सेबी ने कहा है कि जिन्होंने भी एफपीओ के जरिए कंपनी में निवेश किया है, वे अपनी बोली 30 मार्च तक वापस ले सकते हैं. सेबी ने कहा है कि कंपनी ने एफपीओ के लिए निकाले गए एक विज्ञापन में भ्रमित करने वाले एड जारी किए थे
बाबा रामदेव के पतंजलि समूह की कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज लि. पर सेबी ने बड़ा फैसला लिया है. सेबी (SEBI) ने रुचि सोया के एफपीओ (FPO) में निवेश करने वाले खुदरा निवेशकों को अपनी बोली वापस लेने का मौका दिया है. वे 30 मार्च तक अपनी बिड वापस ले सकते हैं. कंपनी ने 4300 करोड़ जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया था.
कंपनी को 25 मार्च तक मात्र 24 फीसदी बोलियां मिली थीं. एफपीओ के तहत कंपनी ने 4,89,46,260 शेयर ऑफर किया था. इसका प्राइस बैंड 615-650 रुपये निर्धारित किया गया था. रुचि सोया में पंतजलि की 98.9 फीसदी हिस्सेदारी है. लेकिन आज के इश्यू के बाद कंपनी में पतंजलि की शेयर होल्डिंग 81 फीसदी तक सीमित हो जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पंतजलि को अपनी भागीदारी 75 फीसदी तक सीमित करनी होगी.
सेबी ने आज के अपने आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा है कि कंपनी 29 और 30 मार्च को एड जारी करेगी. यह एड उन अखबारों में जारी होगा, जिसमें कंपनी ने एफपीओ के लिए विज्ञापन दिया था. एंकर बुक पार्टिसिपेंट को छोड़कर सभी निवेशकों को अपनी बोली को वापस लेने का मौका दिया गया है. विंडो 30 मार्च तक खुली रहेगी. जिन्हें एफपीओ के लिए बिड मिली है, उन्हें एसएमएस के जरिए भी बोली वापस लेने के बारे में सूचित किया जाएगा. स्टॉक एक्सचेंज और डिपॉजिटरीज इन सभी एक्शन प्लान्स के पूर्ण होने के लिए जरूरी सभी सूचना उपलब्ध कराएंगे.
सेबी ने अपने सर्कुलर में कहा है कि आज की बैठक एफपीओ के एड करने वाले अनसोलिसिटेड एसएमएस के मैटर को लेकर थी. और इस मैसेज का कॉन्टेंट भ्रामक था. इसलिए सेबी ने कार्रवाई की है.