इंग्लैंड को विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान इयोन मोर्गन ने लिया इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास

इंग्लैंड को 2019 का वर्ल्ड कप जीताने वाले इयोन मोर्गन इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. इंग्लैंड क्रिकेट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी है

इंग्लैंड को विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान इयोन मोर्गन ने लिया इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास

इंग्लैंड को 2019 का वर्ल्ड कप जीताने वाले इयोन मोर्गनइंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. इंग्लैंड क्रिकेट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी है. मोर्गन ने अपने रिटायरमेंट पर कहा कि, 'मैंने जो हासिल किया है, उस पर मुझे बहुत गर्व है, लेकिन जो मैं सबसे ज्यादा संजो कर रखूंगा और सबसे ज्यादा याद रखूंगा, वे यादें हैं जिन्हें मैंने कुछ सबसे महान लोगों के साथ बनाया है जिन्हें मैं जानता हूं. बता दें कि मोर्गन साल 2019 के वर्ल्ड कप के बाद से फॉर्म से बाहर थे, ऐसे में टीम में उनके बने रहने पर काफी सवाल भी खड़े हो रहे थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2019 वर्ल्ड कप के बाद से मॉर्गन केवल एक शतक ही लगा पाए हैं. पिछले 3 साल से इंग्लैंड के कप्तान का बल्ला पुरी तरह से खामोश हैं. यही नहीं मॉर्गन के बाद इंग्लैंड टीम के लिए छोटे फॉर्मेट में कप्तानी का भार जोस बटलर को भी दिया जा सकता है. 

 2015 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड का परफॉर्मेंस बेहद ही खराब रहा था. इसके बाद मॉर्गन की कप्तानी में इंग्लैंड ने छोटे फॉर्मेट में शानदार वापसी की और आखिर में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप का विजेता बना. छोटे फॉर्मेट में इंग्लैंड की जबरदस्त वापसी का श्रेय भी मॉर्गन को ही जाता है. 

इंग्लैंड के कप्तान मॉर्गन ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरूआत आयरलैंड की टीम के साथ खेलकर की थी. आयरलैंड के बाद मॉर्गन ने इंग्लैंड क्रिकेट के लिए डेब्यू किया. इंग्लैंड के लिए उन्होंने 225 वनडे मैच खेले और साथ ही 115 टी-20 इंटरनेशनल मैच भी खेले हैं.

वैसे पूरे करियर की बात की जाए तो मॉर्गन ने वनडे में 248 मैच खेलकर 7701 रन बनाए तो वहीं वनडे करियर में उनके नाम 14 शतक और 47 अर्धशतक शामिल है. टी-20 इंटरनेशनल में 2458 रन मॉर्गन के नाम दर्ज है. इयोन अपने करियर में हमेशा से छोटे फॉर्मेट के खिलाड़ी रहे हैं, यही कारण है कि उन्होंने 16 टेस्ट मैच ही अपने करियर में खेले.