रायपुर में हड़ताल पर बैठे संविदा कर्मचारी बलिराम बघेल की सड़क हादसे में मौत

रायपुर में बिजली विभाग के संविदाकर्मियों का विरोध प्रर्दशन चल रहा है. इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के बाद एक संविदाकर्मी बलिराम बघेल धरना स्थल से अपने परिचित के घर जा रहा था. तभी एक कार ने उसको टक्कर मार दी. सड़क हादसे में बलिराम बघेल की मौत हो गई.

रायपुर में हड़ताल पर बैठे संविदा कर्मचारी बलिराम बघेल की सड़क हादसे में मौत

बिजली विभाग में संविदा में काम करने वाले संविदा कर्मचारी अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर 10 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. बीती रात एक संविदा कर्मचारी बलिराम बघेल धरना स्थल से वापस अपने परिचित के घर लालपुर जा रहा था. तभी रास्ते में एक कार ने उसको टक्कर मार दी. यह टक्कर इतनी भयंकर थी कि बलिराम बघेल की मौके पर मौत हो गई. बलिराम बघेल का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया गया. इस हादसे के बाद बलिराम बघेल के परिजन और उसके साथी संविदाकर्मियों ने छत्तीसगढ़ पावर कंपनी से अनुकंपा नियुक्ति और 15 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है.

बिजली विभाग में संविदा पर काम कर रहे कर्मचारी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन अब तक कर्मचारियों की मांगें सरकार ने नहीं मानी है. कर्मचारी संविदा कर्मियों की रिक्त पदों को नियमित करने की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा दुर्घटना में जिन संविदाकर्मियों की मौत हुई है. उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने की भी मांग संविदाकर्मी कर रहे हैं. बिजली विभाग के कर्मचारियों के इस प्रदर्शन में संविदा कर्मचारी मृतक बलिराम बघेल भी शामिल था. गुरुवार की देर रात धरना स्थल से वापस वह अपने किसी परिचित के घर जा रहा था. तभी रास्ते में कार ने उसे ठोकर मार दिया और कुछ देर के बाद उसकी मौत हो गई. मृतक बलिराम बघेल जामावाड़ा जगदलपुर का रहने वाला था.

बिजली विभाग में संविदा में काम करने वाले कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 10 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. सभी संविदाकर्मी राजधानी के बूढ़ा तालाब के धरना स्थल पर बैठे हुए हैं. सरकार और छत्तीसगढ़ पावर कंपनी को जगाने के लिए कर्मचारियों ने विधानसभा का घेराव किया. सीएम हाउस का घेराव करने की कोशिश की. उसके बाद कई तरह से प्रदर्शन किया. लेकिन उनकी मांगों पर सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. न तो छत्तीसगढ़ पावर कंपनी की तरफ से कोई संतोषजनक मिला. इसलिए कर्मचारी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.