28 अक्टूबर को होगा सांस्कृतिक कार्यक्रम "उजियार... हमर चिन्हारी के"
हर राज्य, हर प्रांत की अपनी एक अलग विशेषता होती है और वहां की संस्कृति उनकी पहचान कराती है। लेकिन छत्तीसगढ़ में अनेकों लोक विधाओं का संगम है, लोकनृत्यों का समावेश है। कोई एक विशेष नही है यहां सब विशेष है एक ओर जहां आज के युवा सोशल मीडिया के गतिविधियों में व्यस्त हैं वहीं उजियार हमर चिन्हारी के युवा पिछली बार की तरह इस बार भी नये कलेवर में उजियार कराने जी तैयारी में जोर शोर से लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ी भाखा एवं संस्कृति को संजोने इन युवाओं की पहल :उजियार हमर चिन्हारी के" का आयोजन 28 अक्टूबर दिन शनिवार को सिध्द श्री हरदेव लाल मंदिर टिकरापारा रायपुर (छ.ग.) में होगी । उनकी इस पहल ने छत्तीसगढ़ के युवा पीढ़ी को अपने छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोड़ने का काम कर रही है ।
तीन चरण में होगा उजियार
उजियार के संस्थापक एवं संयोजक श्री नागेश वर्मा जी ने बताया की
पहले बच्चों को लोकनृत्य की कार्यशाला का आयोजन होगा। कार्यशाला प्रांजल सिंह राजपूत द्वारा लिया जाएगा,दूसरे चरण में युवा पीढ़ी के छुपी हुई प्रतिभाओं को हमर गुरतुर गोठ ओपन माइक के माध्यम से एक मंच प्रदान किया जायेगा। जिनसे उनकी प्रतिभाएं निखर कर सामने आयेगी। तीसरे चरण में सांस्कृतिक संझा में सभी युवाओं के द्वारा सामूहिक लोकनृत्य होगा जिसमें सभी युवा करमा, सुआ,ददरिया, पंथी ,राऊत नाचा में थिरकेंगे। कार्यक्रम के दौरान ही युवा कलाकारों को सम्मानित किया जायेगा। उजियार के लिये युवा पीढ़ी में काफी उत्साह का माहौल है। रायपुर शहर की पुलिस उप अधीक्षक ललिता मेहर, छत्तीसगढ़ी फ़िल्म निर्देशक मनोज वर्मा, रक्षा विशेषज्ञ डॉ. वर्णिका शर्मा,अंतरराष्ट्रीय रंगोली कलाकार प्रमोद साहू ,न्यूज एंकर रचना नितेश, अमित बघेल, पार्षद चन्द्रपाल धनगर, आरजे नमित,जागेश वर्मा,कंचन जोशी, ओ.पी. देवांगन, अनुराग शर्मा, शालिनी विश्वकर्मा, समेत कई नामचीन हस्तियां उजियार में सम्मिलित होंगी।