भ्रष्टाचार कर शासन को 3.42 करोड़ रुपए के नुकसान पहुंचाने वाले राजस्व निरीक्षक की गई नौकरी

भ्रष्टाचार कर शासन को 3.42 करोड़ रुपए के नुकसान पहुंचाने वाले राजस्व निरीक्षक की गई नौकरी

बिलासपुर। भ्रष्टाचार कर शासन को 3 करोड़ 42 लाख रुपए का नुकसान पहुंचाने वाले विजयपुर, तखतपुर के राजस्व निरीक्षक मुकेश साहू को शासकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। मामला अरपा भैंसाझार परियोजना के मुआवजा घोटाले से जुड़ा है। 8 साल की कानूनी लड़ाई के बाद यह मामला निष्कर्ष तक पहुंचा है। जानकारी के अनुसार राजस्व निरीक्षक मुकेश साहू ने पटवारी के कार्यकाल में रिकॉर्ड में अवैध बदलाव किए। इससे भू-स्वामियों को अधिक मुआवजा मिला और शासन को राजस्व की हानि हुई। कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की थी। साहू ने इस कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। लेकिन, कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि पटवारी कार्यकाल की जांच कराने के लिए कलेक्टर सक्षम प्राधिकारी हैं। जांच में पाया गया कि साहू ने पटवारी हल्का नंबर 45 सकरी में पदस्थ रहते हुए भू-अर्जन प्रकरण में अनियमितताएं की। जुलाई 2021 की प्रारंभिक जांच में गंभीर अनियमितताएं मिलीं। इसके बाद उन्हें शो कॉज नोटिस दिया गया। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। जनवरी 2025 के जांच प्रतिवेदन में आरोप प्रमाणित होने पर संचालक भू-अभिलेख छत्तीसगढ़ ने साहू को बर्खास्त करने का आदेश दिया। विभागीय जांच में सिद्ध हुआ कि साहू के कार्यों से शासन को 3 करोड़ 42 लाख 17 हजार 920 रुपए की आर्थिक क्षति हुई।