उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही: नौ मजदूर लापता, राहत कार्य जारी

उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही: नौ मजदूर लापता, राहत कार्य जारी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शनिवार देर रात यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड के पास बादल फटने से भारी तबाही हुई। घटना में एक निर्माणाधीन होटल पूरी तरह तबाह हो गया, जहां काम कर रहे कई मजदूर लापता हो गए हैं। अब तक दो शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि सात अन्य की तलाश जारी है।

घटना रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है। प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि अब तक 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और उन्हें उनके घर भेजा जा चुका है। लापता मजदूरों में पांच नेपाली, तीन देहरादून और एक उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है।

एसआई विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि दो मजदूरों के शव 18 किलोमीटर दूर यमुना नदी तट पर तिलाड़ी शहीद स्मारक के पास से मिले हैं। शवों की शिनाख्त के लिए साथी मजदूरों को बुलाया गया है।

सीएम धामी की निगरानी में राहत कार्य
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से तत्काल राहत-बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और पूरी तत्परता से काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं।

आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि घटनास्थल तक मशीनें नहीं पहुंच पा रही हैं, ऐसे में टीमें ही मलबा हटाकर लापता लोगों को खोजने में लगी हैं।

यमुनोत्री हाईवे कई स्थानों पर बंद, नदी में बनी झील
बादल फटने से यमुनोत्री हाईवे कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। ओजरी के पास सड़क पूरी तरह से बह गई है, और खेतों में मलबा भर गया है। स्याना चट्टी के पास कुपड़ा कुनसाला पुल के ऊपर भारी बोल्डर और मलबा आने से यमुना नदी का बहाव रुक गया है, जिससे झील बनने लगी है।

प्रदेश के सात जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिलों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है, खासकर रात के समय नदी-नालों के पास न जाने की चेतावनी जारी की गई है।