यौन उत्पीड़न का आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती फरार

यौन उत्पीड़न का आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती फरार

श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ ​​पार्थ सारथी के खिलाफ कई स्टूडेंट्स ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मामले का आरोपी फिलहाल फरार है। स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ पहला मुकदमा डिफेंस कॉलोनी में और दूसरा वसंत कुंज नॉर्थ में दर्ज है। उस पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राओं को निशाना बनाने का आरोप है, जिन्हें ईडब्लूएस कोटे से छात्रवृत्ति मिली थी।

स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ 2009 में दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था। 2016 में एक महिला ने वसंत कुंज में छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था और वसंत कुंज नॉर्थ थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।

पुलिस ने बताया कि इस बार 17 छात्राओं ने चैतन्यानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शिकायतों में अभद्र भाषा, अश्लील टेक्स्ट मैसेज और जबरन शारीरिक संपर्क के आरोप भी शामिल हैं। पीड़ित छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया है कि कुछ महिलाओं और प्रशासनिक कर्मचारियों ने उन पर मांगों को मानने के लिए दबाव डाला था।

पुलिस ने एक बयान में कहा कि कई छात्राओं ने यह भी दावा किया कि आश्रम के वार्डन ने उन्हें आरोपी से मिलवाया था। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी एक लग्जरी वॉल्वो कार चला रहा था, जिस पर संयुक्त राष्ट्र की नकली नंबर प्लेट (39 यूएन 1) लगी थी।

जांच में पता चला कि यह नंबर प्लेट संयुक्त राष्ट्र ने जारी नहीं की थी, बल्कि चैतन्यानंद ने खुद इसे बनवाया था। कार को जब्त कर लिया गया है। दक्षिण-पश्चिम जिले के पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि आरोपी मामला दर्ज होने के बाद से ही फरार है। पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और अपराध स्थल और आरोपी के घर पर कई बार छापेमारी की। लेकिन, चैतन्यानंद अभी भी नहीं मिला है।