राष्ट्रपति दत्तक पुत्रों सहित 25 हजार आदिवासी बच्चों की मौत पर सरकार को डूब मरना चाहिएः बृजमोहन
भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रपति के द्वारा संरक्षित दत्तक पुत्र प्रिमीटिव ट्राइबल सहित 25 हजार आदिवासी बच्चों की मौत पर इस सरकार को डूब मरना चाहिए।
श्री अग्रवाल आज पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट में आई रिपोर्ट के अनुसार पूरे प्रदेश में पिछले तीन सालों में 25 हजार आदिवासी बच्चों की मौत हुई है, इन बच्चों में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले प्रिमीटिव आदिवासियों के निवास क्षेत्र के बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि परसों एक प्रिमीटिव ट्राइबल, कोरवा आदिवासी महिला की कोहनी टूट गई थी उसकी भी मौत हो गई है। सारे प्रकरणों में छोटी-छोटी दुर्घटना और छोटी-छोटी बीमारियाँ ही कारण बने हैं। प्रदेश में छोटी बामारियों का भी ईलाज नहीं होने के कारण राष्ट्रपति के द्वारा संरक्षित दत्तक पुत्रों की मौत होने पर इस सरकार को डूब कर मर जाना चाहिए। ये सरकार आदिवासियों के बारे में बड़ी-बड़ी बात करती है। सरकार जवाब दे कि 25 हजार बच्चों की मौत कैसे हुई, प्रिमीटिव ट्राइबल बच्चों की मौत कैसे हुई। इस घटनाक्रम के लिए दोषी कौन है। उन पर क्या कार्रवाई की गई है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जब भी हम सदन में कोई प्रश्न उठाते हैं तो सत्ता पक्ष प्रश्न का जवाब देने की बजाए आरोप लगा देता है। हम तो प्रश्न उठा रहे हैं, आपके तीन साल के कार्यकाल का प्रश्न उठा रहे हैं। आपमें दम हो तो उसका जवाब दें। आप आरोप लगाना बंद करें, सत्ता पार्टी का काम आरोप लगाना नहीं काम करना होता है।