एक विचानीय निवेदन - छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ
छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ शासन एवं उच्च शिक्षा विभागीय मंत्री महोदय एवं समस्त अधिकारीगणों से निवेदन करती है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के द्वारा नियमित अध्यापकों की नियुक्ति की जा रही है जिसके कारण भिन्न-भिन्न महाविद्यालयों में वर्षों से सेवा दे रहे अतिथि व्याख्याताओ पर जीविकोपार्जन की समस्या सता रही है जो एक विकट स्थिति पैदा कर रही है क्योंकि इस व्यवस्था में बने रहने के अलावा हमारे लिए कोई विकल्प नहीं है इसके साथ ही साथ शासन-प्रशासन एवं उच्च शिक्षा विभाग में जिम्मेदारी पद पर विराजमान शिक्षाविदों से प्रणाम करते हुए निवेदन है की अतिथि व्याख्याताओं के लिए माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा एक व्यवस्था बनाने की आदेश पारित किया है इसका पालन नहीं हो रही है जबकि छत्तीसगढ़ के अलावा कई-कई राज्य जिसमें मातृत्व राज्य मध्य प्रदेश,पश्चिम बंगाल ,पंजाब ,दिल्ली ,हरियाणा, बिहार ,उत्तर प्रदेश जैसे राज्य हैं इन्हीं राज्यों की भांति एक नियमित व्यवस्था बना कर हमें 65 साल की सेवा अवधि प्रदान करने की कृपा करें ।
उच्च शिक्षा विभाग हम अतिथि व्याख्याता ओं के लिए इस व्यवस्था के तहत 65 साल की सेवा अवधि प्रदान करें ताकि हम पूरी लगन से शैक्षणिक कार्यों को कर सकें अभी की व्यवस्था में हमें आगे की जीविकोपार्जन की समस्या बनी रहती है।
हमें पूर्ण विश्वास है कि उपरोक्त समस्याओं का निराकरण उच्च शिक्षा विभाग जल्दी से जल्दी करेगी ऐसी आशा छत्तीसगढ़ राज्य के अतिथि व्याख्याताओं को शासन एवं प्रशासन से है यह निवेदन संपूर्ण छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता की तरफ से एवं अतिथि व्याख्याता महासंघ के पदाधिकारी की ओर से उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार एक नियमित व्यवस्था बनाने की बात छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग एवं हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री जी से निवेदन है।