बंद हो सकते हैं स्कूल

छत्तीसगढ़ में 22 नवंबर से प्रदेश में 100 फीसदी क्षमता के साथ स्कूल संचालित हो रहे हैं, लेकिन एक बार फिर कोविड-19 पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है. इसे देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग जल्द ही प्री प्राइमरी और प्राइमरी स्कूल को बंद करने का आदेश जारी कर सकता है. प्राइमरी और मिडिल स्कूलों को बंद किये जाने के पक्ष में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन सामने आ गए है.

बंद हो सकते हैं स्कूल

प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण की लहर को देखते हुए स्कूलों एक बार फिर बंद किए जा सकते हैं. स्कूल शिक्षा विभाग ने इसके संकेत दे दिए हैं. प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन भी स्कूल बंद करने के पक्ष में आ गया है.

22 नवंबर से प्रदेश में 100 फीसदी क्षमता के साथ स्कूल संचालित हो रहे हैं, लेकिन अब प्रदेश में बढ़ते कोविड-19 पॉजिटिवी रेट बढ़ रहा है. इसे देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग जल्द ही प्री प्राइमरी और प्राइमरी स्कूल को बंद करने का आदेश जारी कर सकता है. हालांकि केंद्र सरकार के निर्देश के बाद प्रदेश में 15 साल से 18 साल तक के बच्चों को भी कोरोना की वैक्सीन लगनी शुरू हो चुकी है

प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी प्रकार से संक्रमण ना हो इसलिए प्राइमरी और मिडिल तक की कक्षाएं बंद कर देना चाहिए. इसके बाद ऑनलाइन क्लास शुरू कर दी जाए ताकि पढ़ाई में कोई बाधा न हो

एसोसिएशन के अध्यक्ष ने विभाग से अपील की है कि 'कक्षा नौवीं से बारहवीं की क्लास भी बंद करना जरुरी है. कोविड काल में बच्चों की पढ़ाई बेहद पिछड़ गई है, जो 15 साल से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन हो रहा है. वैक्सीनेशन ड्राइव को तेजी से चलाए ताकि स्कूल बंद होने से पहले बच्चों का टीकाकरण हो पाए'
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल बंद किए जाने के बाद प्री प्राइमरी और प्राइमरी की कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होगी. लॉकडाउन के दौरान जिस प्रकार से छोटे बच्चे घर बैठे ही ऑनलाइन क्लासेज कर रहे थे. बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ऑनलाइन माध्यम से ही बच्चों की पढ़ाई करवाई जाएगी.