"ऐसा है तो ये जय शाह कौन..." : पीएम मोदी के आरोप पर KCR की पार्टी ने किया 'पलटवार'

अपने संबोधन में पीएम ने कहा था कि तेलंगाना के लोग देख रहे हैं कि जब एक परिवार को समर्पित पार्टियां सत्ता में आती हैं, तो उस परिवार के सदस्य भ्रष्टाचार के सबसे बड़े चेहरे बन जाते हैं.

"ऐसा है तो ये जय शाह कौन..." : पीएम मोदी के आरोप पर KCR की पार्टी ने किया 'पलटवार'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने गुरुवार को तेलंगाना के हैदराबाद शहर में एक रैली में राज्‍स के सीएम के. चंद्रशेखर राव पर जमकर निशाना साधा था. उन्‍होंने कहा कि तेलंगाना के लिए संघर्ष, तमाम रणनीति का इस्‍तेमाल करके केवल एक परिवार के शासन के लिए नहीं था. पीएम ने कहा कि "राजनीतिक वंशवाद के कारण देश के युवाओं, प्रतिभाओं को राजनीति में आने का मौका भी नहीं मिलता. परिवारवाद ऐसे युवाओं के हर सपने को कुचल देता है और उनके लिए राजनीति में आने के दरवाजे को बंद कर देता है. पीएम के इस बयान पर सीएम KCR की पार्टी ने पलटवार किया है. पार्टी ने कहा है, 'पीएम मोदी देश के प्रधानमंत्री की तरह नहीं बल्कि बीजेपी के नेता ही तरह बोले.' 

शवादी राजनीति के आरोपों पर केसीआर की पार्टी TRS के प्रवक्‍ता कृषांक मन्‍नेने कहा, "पीएम ने केवल परिवारवाद के बारे में बात की. यदि ऐसा है तो भारत की क्रिकेट का नेतृत्‍व करने वाले जय शाह (केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बेटे) कौन हैं? यदि वे परिवारवाद पर भरोसा नहीं करते तो उन्‍हें राजनाथ सिंह और उनके बेटे को निष्‍कासित करना चाहिए. तेलंगाना के बारे में बोलिए? जय शाह देश के शीर्ष क्रिकेट संस्‍था, बीसीसीआई के सचिव हैं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे हैं. "
सीएम KCR  ने भी पीएम मोदी की टिप्‍पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी. बेंगलुरू में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्‍होंने पीएम के 'हमले' को भाषणबाजी बताते हुए खारिज कर दिया. देश की अर्थव्‍यवस्‍था की ओर इशारा करते हुए उन्‍होंने कहा, "स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है लेकिन भाषण रोज हो रहे हैं. जीडीपी गिर रही है और महंगाई बढ़ रही है...देश बदलना चाहिए और देश बदलेगा. " एक बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्‍होंने यह बात कही. यह बैठक विपक्षी नेताओं से मिलने और बीजेपी विरोधी विकल्‍प को मजबूत बनाने के उनके देशव्‍यापी दौरे का हिस्‍सा है.अपने संबोधन में पीएम ने कहा था कि तेलंगाना के लोग देख रहे हैं कि जब एक परिवार को समर्पित पार्टियां सत्ता में आती हैं, तो उस परिवार के सदस्य भ्रष्टाचार के सबसे बड़े चेहरे बन जाते हैं. तेलंगाना के लोग देख रहे हैं कि पारिवारिक पार्टियां केवल खुद समृद्ध होती हैं और अपना खजाना भरती हैं प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब राजनीतिक राजवंशों को सत्ता से हटा दिया जाता है तो यह विकास के रास्ते खोलता है. उन्होंने कहा, "अब ये तेलंगाना के मेरे भाइयों और बहनों की जिम्मेदारी है कि इस अभियान को आगे बढ़ाएं."