आदिवासियों के आरक्षण के मामले में भाजपा की स्थिति मुंह में राम बगल में नाथूराम वाली भाजपा एक ओर आदिवासियों को आरक्षण देने के बात करती है दूसरी ओर विधानसभा सत्र पर सवाल खड़े कर विरोध भी करती

आदिवासियों के आरक्षण के मामले में भाजपा की स्थिति मुंह में राम बगल में नाथूराम वाली  भाजपा एक ओर आदिवासियों को आरक्षण देने के बात करती है दूसरी ओर विधानसभा सत्र पर सवाल खड़े कर विरोध भी करती

भाजपा प्रवक्ता एवं विधायक अजय चंद्राकर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता एवं विधायक अजय चंद्राकर लगातार विधानसभा के विशेष सत्र पर सवाल उठा रहे हैं टीका टिप्पणी कर रहे हैं भाजपा एक ओर आदिवासियों को आरक्षण देने की बात करती है वहीं दूसरी ओर आदिवासियों को आरक्षण देने बुलाए जा रहे विधानसभा सत्र पर सवाल उठाकर विरोध भी करती है आदिवासी आरक्षण के मामले में भाजपा की स्थिति मुंह में राम बगल में नाथूराम वाली है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि विधानसभा के विशेष सत्र में आरक्षण के मामले में सरकार के साथ खड़ी है या विरोध करेगी? भाजपा के नेता आरक्षण के मामले में कंफ्यूज हैं क्योंकि आरएसएस और भाजपा से जुड़े कई बड़े नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर आरक्षण को खत्म करने की बात कही है और 15 साल के रमन सरकार के दौरान वह चीजें देखने को मिली है एक ओर जहां 32% आदिवासियों का आरक्षण को बढ़ाया गया वहीं दूसरे वर्ग के आरक्षण में कटौती कर दो वर्गों के बीच लड़ाई करवाई गई और मामला न्यायालय में गया और आसानी से आरक्षण खात्मे की ओर बढ़ गया।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  की सरकार जब एक मजबूत आरक्षण नीति बना रही है कानून बना रही है सभी वर्गों को उसका अधिकार दे रही है तब भाजपा विधानसभा के विशेष सत्र पर सवाल उठाकर अपने पितृ संगठन के मंसूबे को पूरा करना चाहती है प्रदेश का आदिवासी समाज एससी समाज ओबीसी वर्ग ईडब्ल्यूएस के दायरे में आने वाले लोग भाजपा के इस आरक्षण विरोधी चरित्र को देख रहे है।