भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ मे पूर्ण शराबबंदी लागू करे अन्यथा सत्ता वापसी सम्भव नही-नवीन पटेल

भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ मे पूर्ण शराबबंदी लागू करे अन्यथा सत्ता वापसी सम्भव नही-नवीन पटेल

समाज सेवक नवीन पटेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र मे कहा है विधानसभा निर्वाचन  2018 में जब आप कांग्रेस के तात्कालिक प्रदेश अध्यक्ष थे, तब आपके पार्टी ने जन घोषणा पत्र तैयार की थी, जिसमें छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी करने का प्रमुख वायदा किया गया था। प्रदेश में शराबबंदी का वायदा कांग्रेस की बंपर जीत में एक प्रमुख कारण था। प्रदेश की  सत्ता में आते ही कांग्रेस पूर्ण शराबबंदी करने के अपने वादे से मुकर गई । जब भी जनता ने शराब बंदी करने के वायदे को याद दिलाए, हमेशा दूर भागते एवं बचते नजर आए हैं। शराबबंदी को लेकर शासन ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई। शराब  नशे के कारण ही हत्या, लूट ,चोरी, डकैती रेप छेड़छाड़ जैसे जघन्य अपराध को हमेशा ही बढ़ावा मिला है। शराब से प्रतिदिन अनेक लोग मौत के आगोश में समा रहे हैं। सड़क दुर्घटना के अधिकांश मामले शराब के कारण ही घटित होते हैं ।शराब की सुलभता के चलते 13 -14 के किशोर भी नशे के आदी हो रहे हैं ।नशे सेहत व शारीरिक नुकसान के कारण समाज अल्पायु हो रहे हैं ।कई घर परिवार तबाह हो रहे हैं बेमचा महासमुंद की हृदयविदारक द् घटना को कौन भूल सकता है ,जब शराबी पति से तंग आकर एक महिला ने अपने संतानो के साथ सामुहिक आत्महत्या किए थे। शराब की नशे के कारण छत्तीसगढ़ बर्बाद हो रहा है ।छत्तीसगढ़ की जनता की सुख समृद्धि व बेहतरी के लिए प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करना अति आवश्यक है। आपके शासन के 5 साल बीतने को हैं और प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी अभी तक पूर्ण नहीं कर पाए बल्कि उल्टे मदिरा की और अधिक दुकानें खुल गई ।शासन ने मदिरा की सुविधा व सर्वसुलभ कराकर नशे को प्रोत्साहित ही किए हैं। छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी के वायदा खिलाफी से शासन के प्रति जन विश्वास कायम करने में आप पूर्णत असफल हुए हैं। आपके सरकार ने 3 करोड़ जनता को धोखा दिया है, विशेष कर महिलाएं सर्व जाति वर्ग सामाजिक व धार्मिक संस्थान स्वयंसेवी संगठनों जो छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की आशा में कांग्रेस को अपना समर्थन व मतदान किए थे ।सभी छला महसूस कर रहे हैं। विधानसभा निर्वाचन 2023 में इसके गंभीर परिणाम भुगतने हीं होंगे यदि आप शराबबंदी के वायदे को पूर्ण किये बगैर चुनाव में गए तो सत्ता हाथ से जा सकती है। शराबबंदी की मांग को जन जन की आवाज बनने से कोई नहीं रोक सकता। छत्तीसगढ़ की जनता की सुख, शांति, समृद्धि वह बेहतरी के लिए पूर्ण शराबबंदी करने संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे।