तुम्हारी याद आएगी तो
premdeep
तुम्हारी याद जब आएगी तो
गीत कुछ गुनगुना लेंगे
बहारों से नजारों तक
खुशियों में बसा लेंगे
बाहों का हार जो पहनाया था
एहसासों से उसे खिला देंगे
आंखों से तेरी चाहत की बारिश
उसे बारिश में मन को नहला लेंगे
यादों के तेरी चिलमन में बैठकर
ताउम्र ख्यालों में गुजार देंगे
तेरी प्यार की महक से सजना
इस रूह कोई तो इत्र बना देंगे