डिलीवरी होने वाली है, जो भी होगा जल्द होगा, अब बातों को अंजाम तक ले जाने का वक्त : टीएस सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक बारफिर से "सीएम" पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अब बातों को अंजाम तक ले जाने का समय आ गया है. सिंहदेव के इस बयान के बाद से छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आज रायपुर प्रेस क्लब में "प्रेस से मिलिए" कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान सिंहदेव ने एक बार फिर प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलाव को लेकर संकेत दिए हैं. सिंहदेव ने कहा कि जीवन में कुछ चीजें बची हुई हैं, जिनके लिए संकेत किया गया है. क्या होता है, वह भविष्य के गर्भ में है. हम लोग भी लाइन में लगे हुए हैं. प्रयास कर रहे हैं. हमें कहा गया है. अब वो बातें होती हैं या नहीं होतीं, वह निकट भविष्य के गर्भ में है. सिंहदेव ने कहा कि डिलीवरी होने ही वाली है, जो भी होगा जल्द होगा. क्या होगा, मुझे नहीं मालूम. लेकिन अब बातों को अंजाम तक ले जाने का समय आ गया है.
सिंहदेव ने बताया कि डैडी ने बोला था राजनीति में मत आना. लेकिन मैंने उनकी बात नहीं मानी. उन्हें शायद लगा था कि यह आदमी राजनीतिक के लिए फिट नहीं है. क्योंकि सोचता कुछ है, आदर्शवादी है. यह राजनीति में पिट जाएगा. पूरी तरह से अनफिट रहेगा. इसलिए लगता है शायद मुझे बचाने के लिए उन्होंने राजनीति से दूर जाने की बात कही थी. इसके लिए उन्होंने पत्र भी लिखा था.
दूसरी पार्टी ज्वाइन करने के हालात को लेकर सिंहदेव कहा कि बीजेपी में नहीं जाऊंगा. कांग्रेस के बाहर सोचना मेरे लिए इम्पॉसिबल है. वैचारिक रूप से मेरे कदम-कदम पर बीजेपी से मतभेद रहे हैं. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि बीजेपी में सीएम बनने का स्कोप नहीं हैं. मेरी परिवार की पांच पीढ़ियां कांग्रेस से जुड़ी हुई हैं और मैं भी कांग्रेस के प्रति निष्ठावान हूं.
छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने को लेकर सिंहदेव ने कहा कि आप पार्टी के लोगों ने उनसे संपर्क किया था. लेकिन अभी 'आप' की स्थिती छत्तीसगढ़ में वैसी नहीं है, जैसा पंजाब या दिल्ली में है. ऐसे में 'आप' में जाने का सवाल ही नहीं है.
इस दौरान सिंहदेव ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद हम चार लोगों को दिल्ली बुलाया गया. एक संभावना के तौर पर हाईकमान ने कहा कि यह चेंजेज हो सकते हैं. ढाई साल वाली बात पर सिंहदेव ने कहा कि ये तो अब बीत गया. ढाई साल की बात इतिहास हो गई, लेकिन परिवर्तन होना है. अब ज्यादा देर नहीं है. बहुत जल्द हाईकमान यह फैसला लेने वाली है.
शराबबंदी के मुद्दे पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि कठिन फैसलों में से यह भी एक फैसला एक है. ट्राइबल एरिया में शराबबंदी नहीं हो सकती. अन्य क्षेत्रों में देख लीजिए. इस प्रकार मैंने सीएम को कहा यह कठिन निर्णय है, जिसे घोषणा पत्र में शामिल किया गया. क्रियान्वयन करना उतना ही मुश्किल है.
वहीं पेट्रोलियम पदार्थों सहित शराब को जीएसटी में शामिल करने को लेकर सिंहदेव ने कहा कि इस पर भी चर्चा हो रही है. लेकिन सभी राज्य इसके लिए सहमत नहीं हैं. क्योंकि उनकी आमदनी का एक बहुत बड़ा हिस्सा इससे प्रभावित होगा. यह जरूरी नहीं है कि इन चीजों को जीएसटी में लाने से इनके दामों में कमी आएगी.