फिल्म समीक्षा - अतरंगी रे अक्षय कुमार ,धनुष ,सारा अली खान
समीक्षक हरीश कुमार रावटे
24 दिसंबर 2021 को रिलीज हुई फिल्म "अतरंगी रे" जिसके निर्देशक हैं आनंद एल राय ,मुख्य कलाकार हैं अक्षय कुमार ,धनुष ,सारा अली खान ।इस फिल्म के निर्माता हैं भूषण कुमार ,कृष्ण कुमार, आनंद एल राय,अक्षय कुमार।और इस फिल्म में संगीत दिए है दिग्गज संगीतकार A.R. रहमान जी ने। सच कहूं तो इस फिल्म के गाने इतने लाजवाब और कर्ण प्रिय है की फिल्म से ज्यादा मनोरंजन आपको गाना सुन कर मिलेगा।
इस फिल्म का मेरा व्यक्तिगत पसंदीदा गाना था "रेत ज़रा सी" इस गाने के गीतकार थे इरशाद कामिल,शब्दो को आवाज़ दी अर्जित सिंह और शाशा तिरुपति सच बताऊं मुझे महिला पार्ट ज्यादा पसंद आया सुनकर एकदम सुकून मिला । रहमान साहब का संगीत बनाने का यूनिक शैली है जो हर कोई आसानी से पहचान ज्यादा है की ये रहमान साहब का गाना है।
चलो थोड़ा फिल्म की कहानी की तरफ रुख करते है तो कहानी शुरू होती है सारा अली खान के भागने से जिनका नाम फिल्म में रिंकू होता है भागते भागते ट्रेन तक पहुंच जाती है जिस ट्रेन में धनुष बैठे होते हैं धनुष जो फिल्म में एक मेडिकल स्टूडेंट के रोल में हैं किसी काम से U.P. आए हुए होते है अपने दोस्त के साथ।वहीं ट्रेन से धनुष उतरते हैं तो एक लड़की पेप्सी की बोतलों से लोगो को फेंक फेंक कर मार रही है वो लड़की रिंकू यानी सारा होती है।
जब रिंकू शांत हो जाती है उसे घर में लाया जाता है फिर उसकी नानी निर्णय लेती है की इसकी शादी किसी भी दूसरे राज्य के व्यक्ति के साथ कर दिया जाय फिर उसके नानी के लोग धनुष को किडनैप कर के लाते है असल में किडनैप उसके दोस्त की करने आए होते हैं लाइट नहीं होने कारण कन्फ्यूजन हो जाता है।फिर धनुष को लाफिंग गैस सूंघा कर हाथ पैर बांध कर उसकी शादी कराई जाती है और धनुष और सारा यानी रिंकू को ट्रेन में बिठा कर अलविदा किया जाता है।रिंकू किसी और से प्यार करती थी और धनुष की भी शादी किसी और के साथ होनी थी।धनुष रिंकू को अपने हॉस्टल में रखता है फिर कुछ दिन बाद धनुष शादी करने जाता है रिंकू को भी साथ ले जाता है शादी में रिंकू को देख कर यह मालूम होता है लड़की वालो की रिंकू और धनुष की शादी हो चुकी है (जब धनुष की जबरदस्ती शादी होती तो रिंकू की नानी के लोग वीडियो बना कर अपलोड कर दिए होते है जो वायरल हुआ रहता है)इस वजह से धनुष की शादी टूट जाती है असल में धनुष उस लड़की से शादी करना ही नहीं चाहता था वो रिंकू से धीरे धीरे प्यार करने लगा था ।
फिर उसके बाद रिंकी माफी मांगती है की उसके वजह से उसकी शादी टूटी उसे गिल्ट होता है उसके बाद एंट्री होती है अक्षय कुमार की हाथी के सुंठ से फिसलते ..अक्षय जिनका नाम फिल्म में सज्जाद अली खान होता है रिंकू उससे प्यार करती है अक्षय की एंट्री से पूरी कहानी बदला जाती है और कुछ ट्विस्ट सामने आती है जो दिलचस्प है।
आनंद एल राय ने इस फिल्म में "रांझना "फिल्म का फ्लेवर डालने की कोशिश की पर मेरे हिसाब से इस फिल्म में असफल हुए ।फिल्म मुझे ठीक ठाक लगी धनुष की कलाकारी टॉप नोच थी अक्षय हमेशा की तरह लाजवाब पाने किरदार में फिट थे सारा अली खान बाकी फिल्मों से थोड़ा अच्छा एक्टिंग की है लग रहा था मेहनत की है फिर भी उतना काफी नही था फिल्म का संगीत फिल्म की आत्मा थी संगीत ने ही फिल्म को जिंदा रखा यह फिल्म औसत दर्जे की लगी मुझे फिल्म के अंत में एक सस्पेंस खुलता है छोटा सा वो थोड़ा अच्छा लगा । अगर आपने ये फिल्म देख ली है तो अपनी प्रतिक्रिया हमे बताएं
धन्यवाद