सिख युवक को न्याय दिलाने आज छत्तीसगढ़ बंद, राज्य शासन ने 5 लाख मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा

सिख युवक को न्याय दिलाने आज छत्तीसगढ़ बंद, राज्य शासन ने 5 लाख मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा

भिलाई। सिक्ख युवक मलकीत सिंह 35 वर्ष की हत्या के मामले में छत्तीसगढ़ सिक्ख पंचायत ने 18 सितंबर को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान करते हुए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। इस मामले के 5 आरोपी फिलहाल पुलिस गिरफ्त में हैं। सूत्रों ने बताया कि गदर पिक्चर का डायलॉग मारने पर युवक की हत्या कर दी गई है। मृतक का भाई प्रार्थी विक्रम सिंह पिता कुलवंत सिंह उम्र 36 साल निवासी पूजा बिल्डिंग मटेरियर जोन 02 खुर्सीपार के रिपोर्ट पर थाना खुर्सीपार में आरोपियों के विरुद्ध धारा 302, 294, 506, 323,147, 149, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया l

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर  5 लाख रुपए का तत्कालिक सहायता राशि पीडित परिवार को प्रदाय किये जाने का निर्देश दुर्ग जिलाधीश को दिया गया है।पीड़ित परिवार को तत्काल  एक स्थाई संविदा नियुक्ति नौकरी दिये जाने का निर्देश दिया गया है।मामले में समस्त आरोपीयो की गिरफ्तारी के निर्देश, जिसके तारतम्य मे 05 आरोपियों की गिरफ्तारी स्थानीय पुलिस ने कर लिया है। अन्य आरोपीयों की स्थिति एवं मामले की संलिप्तता पर विवेचना जारी है।

सिख समाज के दुर्ग भिलाई बंद को भारतीय जनता पार्टी का समर्थन

खुर्सीपार में मलकीत सिंह की नृशंस हत्या के विरोध में छत्तीसगढ़ सिक्ख पंचायत द्वारा बुलाए गए दुर्ग-भिलाई बंद को भारतीय जनता पार्टी दुर्ग जिला संगठन ने अपना समर्थन दिया है। 

जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि जिस प्रकार मोबाइल पर गदर-2 मूवी देख रहे  मलकीत सिंह को किसी सीन पर अपना रिएक्शन देने पर नृशन्स हत्या की है, यह एक घोर निंदनीय घटना है। इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। इस घटना के पीछे नशाखोरी और असहिष्णुता एक अहम पहलू है। जब सरकार के गृह मंत्री के जिले में ही नशाखोरी और अपराध चरमसीमा पर है, तो पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत क्या होगी, यह समझा जा सकता है। जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने आव्हान करते हुए कहा कि मलकीत सिंह की नृशन्स हत्या पर सिख पंचायत द्वारा आहूत दुर्ग भिलाई बंद को भारतीय जनता पार्टी दुर्ग जिला संगठन समर्थन देता है और सभी व्यापारियों सहित आमजनों से अपील करता है मलकीत सिंह को न्याय दिलाने के लिए अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर घटना के विरोध में अपना आक्रोश प्रकट करे।