लापरवाही: INDIRA IVF सेंटर में संतान की आस में गई महिला की निकली लाश, जिंदा बताकर घुमाते रहे इधर-उधर
रायपुर। INDIRA IVF में मरीज की मौत पर मचे बवाल के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है. मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि पंडरी स्थित INDIRA IVF हॉस्पिटल में मरीज की मौत के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति को गठित की गई है, जो सात दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी. समिति में स्त्री रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया एक्सपर्ट और नर्सिंग होम के नोडल अधिकारी शामिल हैं. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्ट्या ही गंभीर लापरवाही नजर आ रही है. बता दें कि मृत मरीज का इलाज किया जा रहा था. यही नहीं मरीज के मौत के बाद INDIRA IVF हॉस्पिटल ने दूसरे हॉस्पिटल में रिफर किया था. जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लिया है।गौरतलब है कि रायपुर में संतान की आस में आइवीएफ सेंटर पहुंची एक महिला की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। महिला की मौत के बाद स्वजनों ने आइवीएफ सेंटर के डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं स्वजनों ने आइवीएफ सेंटर के स्टाफ ये भी आरोप लगाया कि महिला की मौत के बाद उसे जिंदा बताकर इधर-उधर घुमाते रहे। मामला पंडरी थाना क्षेत्र का है।घटना रायपुर के इंदिरा आइवीएफ सेंटर की है। जानकारी के अनुसार यहां राजनांदगांव के लखोली निवासी मनोज साहू की पत्नी नीलम साहू स्वाभाविक तरीके से मां नहीं बन पा रही थी। इसीलिए मनोज अपनी पत्नी नीलम का इंदिरा आइवीएफ सेंटर में आइवीएफ प्रोसीजर कराने आया था। यहां नीलम पिछले कुछ दिनों से आइवीएफ सेंटर की डॉ. रश्मि दिलीप से सलाह ले रही थी। डाक्टर रश्मि ने शुक्रवार को नीलम को आइवीएफ प्रोसीजर के लिए बुलाया था।
नीलम के स्वजनों ने बताया कि आइवीएफ प्रोसीजर के लिए जाने से पहले नीलम पूरी तरह से ठीक थी। सर्जरी के लिए जाने से पहले नीलम की पति और उसके घरवालों से बात भी हुई और एक सेल्फी खिंचवाई। लेकिन कुछ देर बाद डाक्टरों ने इमरजेंसी की बात बताई और नीलम को ममता अस्पताल ले जाने की बात कही। इस दौरान घरवाले कुछ समझ नहीं पाए और जैसे आइवीएफ सेंटर वालों ने कहा, वे करने लगे। लेकिन थोड़ी देर बाद जब ममता अस्पताल जाकर पता चला कि नीलम की मौत हो गई थी।