स्मृति ईरानी की महतारी हुंकार रैली में फंसी एंबुलेंस, अस्पताल जाने के लिए राह देखती रही बच्ची
एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी रैली का नेतृत्व कर रही थी, तो वहीं दूसरी तरफ उसी सड़क पर एंबुलेंस में सिम्स अस्पताल से निजी अस्पताल के लिए एंबुलेंस जा रही थी. एंबुलेंस में एक गंभीर हालत में बच्ची को निजी अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन रैली में भीड़ अधिक होने के कारण करीब आधे घंटे से भी ज्यादा समय तक एम्बुलेंस रैली के काफिले में फंसी रही.
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शुक्रवार को भाजपा महिला मोर्चा की ओर से महतारी हुंकार रैली निकाली गई. इस रैली का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत भाजपा के दिग्गज नेताओं ने किया. लेकिन इस रैली के बीच मरीज को ले जा रही एक एंबुलेंस करीब आधे घंटे तक फंसी रही. एंबुलेंस में एक बच्ची को जिंदगी और मौत से लड़ते हुए अस्पताल जाने की राह देखते फंसे रहना पड़ा.
शुक्रवार को बिलासपुर जिले में भाजपा की ओर से महतारी हुंकार रैली निकाली गई थी. इसमें बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश भर की महिला कार्यकर्ताओं के साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित बड़ी संख्या में भाजपा के दिग्गज नेतागण मौजूद रहे. रैली का आगाज जगमाल चौक के पटेल ग्राउंड से होकर गांधी चौक होते हुए नेहरु चौक में सभा के रूप में तब्दील हुआ.
एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी रैली का नेतृत्व कर रही थी, तो वहीं दूसरी तरफ उसी सड़क पर एंबुलेंस में सिम्स अस्पताल से निजी अस्पताल के लिए एंबुलेंस जा रही थी. एंबुलेंस में एक गंभीर हालत में बच्ची को निजी अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन रैली में भीड़ अधिक होने के कारण करीब आधे घंटे से भी ज्यादा समय तक एम्बुलेंस रैली के काफिले में फंसी रही.
वहां पर ट्रैफिक के जवान मौजूद थे. वह लगातार सड़क खाली करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन जगह नहीं मिलने के कारण एंबुलेंस आधे घंटे से अधिक समय तक सड़क के बीच खड़ी रही.