शाला सुरक्षा व व्यक्ति सुरक्षा पर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण
राज्य स्तरीय प्रशिक्षण तभी सफल होगा जब हम अपने घर व स्कूल में संभावित ऐसी दुर्घटनाए जिस पर हमारा ध्यान नही जाता है उन्हें रोकने के कम से कम एक प्रयास पहुॅचने के तत्काल बाद करेंगे
उक्ताशय के विचार बीएड कॉलेज में आयोजित शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में एससीईआरटी के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने व्यक्त किए। इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक ए.के. सारस्वत, डॉ. विद्यावती चन्द्राकर, एसएलएम के असिसटेंट डायरेक्टर प्रशांत कुमार पाण्डेय, प्रशिक्षण प्रभारी सुनील मिश्रा, यूनिसेफ व अर्पण के विषय विशेषज्ञ उपस्थित थे। एससीईआरटी व समग्र शिक्षा द्वारा आयोजित इस पॉच दिवसीय प्रशिक्षण में यूनिसेफ व अर्पण संस्था ने सक्रिय भागीदारी निभाई इस प्रशिक्षण में आपदा प्रबंधन एवं व्यक्तिगत सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं को मॉकड्रील के माध्यम से बताया गया।
संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बिना समय गवाएं तत्काल प्राथमिक उपचार किए जाने के तरीके बताए गए। गैस सिलेण्डर फटने, आग लगने पर, बाल शोषण, शारीरिक शोषण इत्यादि के संबंध में जानकारी दी। सतत विकास लक्ष्य के बिन्दुओं के बारे में भी बताया गया प्रतिभागियों को योग प्रषिक्षण भी दिया गया। यूनिसेफ की ओर से सभी प्रतिभागियों को प्रषिक्षण मॉडयूल पेनड्राइव में उपलब्ध कराया गया।
यह उल्लेखनीय है राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के दौरान स्कूल शिक्षा व साक्षरता विभाग भारत सरकार के संयुक्त सचिव मनीष गर्ग, संचालक सुनील जैन, यूनिसेफ के स्टेट हेड जाब जकारिया ने भी प्रतिभागियों से चर्चा की इस प्रशिक्षण में राज्य के सभी जिलो से 125 प्रतिभागी उपस्थित थे।इस प्रशिक्षण में अर्पण फाउंडेशन की सोनाली माहेश्वरी, वंदना चौहान, आसिफ झा, विशाल वासवानी, डॉ श्रवण कुमार सिंह, डॉ श्याम कुमार ने प्रशिक्षण प्रदान किए। प्रतिभागियों में सीमांचल त्रिपाठी, आशीष पटेल, केसरीन बैग, नीलम साहू, नीता बघेल, पूनम बिचपूरिया ने अपने विचार साझा किए