थाना प्रभारी आजाद चौक के साथ तत्कालीन सब इंस्पेक्टर को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के दिये निर्देश
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्य नीता विश्वकर्मा की उपस्थिति में आज शास्त्री चौक स्थित, राज्य महिला आयोग कार्यालय में महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए सुनवाई की गई।
आज एक प्रकरण में पिछले सुनवाई में आवेदिका के गायब होने की शिकायत आवेदिका की ओर से उपस्थित पक्षकार ने किया था। अनावेदक ने आज दस्तावेज दिखाए है जिसमे मकान को खाली करने का प्रकरण कलेक्टर कार्यालय में केस दर्ज किया हुआ है, आवेदिकागणों ने स्वीकार किया कि प्रकरण कलेक्टर न्यायालय में विचाराधीन है। महिला आयोग के अधिनियम मे किसी न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने पर किसी प्रकरण की सुनवाई नही किया जा सकता इस आधार पर इस प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया।
एक अन्य प्रकरण में आवेदिका की शिकायत गम्भीर प्रकृति का है।इस प्रकरण में आवेदिका के पुत्र ने सुसाइड नोट लिखा था कि "मैं अपनी पत्नी के कारण सुसाइड कर रहा हूं" जिसकी जांच पुलिस थाना आजाद चौक, रायपुर द्वारा किया जा रहा था पर अभी तक किसी भी प्रकार से कार्यवाही नही किया गया है और एफआईआर की कॉपी भी नहीं मिली है। आवेदिका के पुत्र ने मई माह में आत्महत्या की है।
इस प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए थाना प्रभारी आजाद चौक रायपुर और तत्कालीन सब इंस्पेक्टर को आयोग के समक्ष उपस्थित करने के निर्देश आयोग की अध्यक्ष ने दिए हैं।
इसी तरह एक अन्य प्रकरण में पति के द्वारा पत्नी के उपर चारित्रिक दोषारोपण करते हुए सामाजिक बैठक बुलाया गया, जहाँ सभी अनावेदक गण उपस्थित थे प्रकरण गंभीर प्रकृति का होने के कारण समस्त अनावेदकगणों को आयोग द्वारा समझाईश दिया गया कि समाज प्रमुख अनावेदक को लेकर उपस्थित हो अन्यथा कड़ी कार्यवाही के लिये अनावेदकगण स्वयं जिम्मेदार रहेंगे।
कार्यस्थल पर प्रताड़ना के प्रकरण में अनावेदक ने आयोग के समक्ष आवेदिका से माफ़ी माँगा जिससे प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया।
आज जनसुनवाई में 20 प्रकरण में 18 पक्षकार उपस्थित हुए तथा 6 प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया शेष अन्य प्रकरण को आगामी सुनवाई में रखा गया।