यूपी चुनाव में कांग्रेस हाईकमान क्यों दे रही छत्तीसगढ़ कांग्रेस को तवज्जो, भाजपा क्यों नहीं ले रही छत्तीसगढ़ भाजपा नेताओं की सुध ?
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेताओं को काफी महत्व दिया जा रहा है. लेकिन छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को भाजपा चुनाव प्रचार से दूर रख रही है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यूपी चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्हें पार्टी ने वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार उत्तरप्रदेश का दौरा कर रहे हैं. कांग्रेस की 30 स्टार प्रचारकों की सूची में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम शामिल है. राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है. इसके पहले कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को असम की जिम्मेदारी भी सौंपी थी.
भाजपा की बात की जाए तो भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह सहित कई ऐसे वरिष्ठ नेता हैं, जो छत्तीसगढ़ में लगातार सक्रिय रहे हैं. बावजूद इसके उन्हें केंद्रीय भाजपा की ओर से अन्य राज्यों में कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी गई है. पिछले दिनों हुए विभिन्न राज्यों के चुनाव में छत्तीसगढ़ भाजपा के नेताओं को राष्ट्रीय प्रचारक सूची से भी बाहर रखा गया.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर का कहना है कि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता डॉ. रमन सिंह, सरोज पांडे, बृजमोहन अग्रवाल और धरमलाल कौशिक सहित अन्य नेता छत्तीसगढ़ की जनता का विश्वास खो चुके हैं और अब केंद्रीय नेतृत्व ने भी इन पर भरोसा करना बंद कर दिया है. 15 साल के रमन भाजपा शासनकाल की कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की गूंज देशभर में रही है. 36000 करोड का नान घोटाला सहित कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार भाजपा का मूल मंत्र रहा है. भाजपा ने छत्तीसगढ़ के रोजगार को बेचने का काम किया है, जिससे छत्तीसगढ़ की जनता परेशान रही है.
यही वजह है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं के चेहरे पर भरोसा नहीं कर रहा है. सिर्फ छत्तीसगढ़ नहीं, जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां भी काले कारनामे हो रहे हैं. ऐसे में यदि रमन सिंह और प्रदेश भाजपा के अन्य नेताओं को उत्तरप्रदेश भेजा जाएगा तो करेला पर नीम चढ़ा वाली कहावत चरितार्थ होगी. भाजपा अपने पैरों पर कुल्हाड़ी नहीं मारना चाहती है, इसलिए छत्तीसगढ़ के नेताओं को अन्य राज्यों की जिम्मेदारी नहीं दे रही है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि प्रदेश की जनता ने जिस कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाकर छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी है, वह कांग्रेस अब अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभा रही है. मुंह छिपाकर इधर-उधर घूम रहे हैं. कोई उत्तर प्रदेश, कोई बिहार जा रहा है. उनका नैतिक दायित्व बनता है कि शराबबंदी पर बात करें, बेरोजगारी पर बात करें. मुझे लगता है कि भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के कई नेता हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी नेताओं के अभाव में जूझ रही है.
भूपेश बघेल इसलिए भी अन्य प्रदेशों का दौरा करते हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लोग सुनना पसंद नहीं कर रहे हैं, इसलिए उनका रिप्लेसमेंट बनने की कोशिश में भूपेश बघेल लगे हुए हैं. बिहार की जनता ने नकार दिया, असम की जनता ने नकारा और आज डायरी में लिख लें की दहाई की संख्या में भी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नहीं आने वाली है. अभी जनता पार्टी में कई नेता हैं, जिन्हें समय-समय पर अलग-अलग प्रदेशों की जिम्मेदारी दी जाती है.
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और यहां विभिन्न योजनाएं संचालित हो रही है लेकिन देश के अधिकतर राज्यों में भाजपा की सरकार है. केंद्र में भी भाजपा की सरकार है. कांग्रेस सिर्फ 3 राज्यों तक सीमित है, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ज्यादा एक्टिव हैं. उनके काम करने के तरीके की चर्चा भी देशभर में है. प्रदेश में संगठन को मजबूत करने, किसानों को साधने और कोरोना के दौरान राज्य सरकार ने बेहतर काम किया है.
इस वजह से कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस पर भरोसा जताया है. वहीं भाजपा छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य की ओर ध्यान नहीं दे रही है. उनका ध्यान सिर्फ बड़े राज्यों तक केंद्रित है, जैसे बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश. भाजपा जिन राज्यों में काबिज है और जहां उनकी सरकारें हैं, जहां लोकसभा की ज्यादा सीटें हैं, उन राज्यों पर ज्यादा तवज्जो दे रही है.
देश के 12 राज्यों में भाजपा की सरकार है. पांच राज्य में भाजपा गठबंधन की सरकार चल रही है. कांग्रेस की बात की जाए तो देश के 3 राज्यों में ही कांग्रेस सत्ता पर काबिज है, जिसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है. 2 अन्य राज्यों में कांग्रेस की गठबंधन की सरकार है. 7 राज्यों में अलग-अलग पार्टियों की सरकार है, जिसमें आप, एटीएमसी, बीजद, माकपा, टीआरएस, डीएमके, और वाईएसआर शामिल हैं. 1 राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है.