राहुल गांधी पर 'यूपी टाइप' टिप्पणी को लेकर घिरीं वित्त मंत्री, प्रियंका गांधी ने बोला हमला

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बजट 2022 को 'जीरो सम बजट' बताया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यूपी शैली (टाइप) में उत्तर दिया है जो उत्तर प्रदेश से भागे एक सांसद के लिए काफी है.

राहुल गांधी पर 'यूपी टाइप' टिप्पणी को लेकर घिरीं वित्त मंत्री, प्रियंका गांधी ने बोला हमला

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट तो पेश कर दिया, लेकिन अब बजट पर सियासत भी जमकर हो रही है. बजट को लेकर राहुल गांधी के ट्वीट और उसके बाद वित्त मंत्री की 'यूपी टाइप' टिप्पणी पर विवाद शुरू हो गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वित्त मंत्री पर हमला बोला है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'वित्त मंत्री जी आपने यूपी के लिए बजट के झोले में कुछ डाला नहीं, ठीक है, लेकिन यूपी के लोगों का इस तरह अपमान करने की क्या जरूरत थी? समझ लीजिए, यूपी के लोगों को यूपी टाइप होने पर गर्व है. हमको यूपी की भाषा, बोली, संस्कृति व इतिहास पर गर्व है.'

राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए बजट 2022 को 'जीरो सम बजट' बताया, इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रेस वार्ता में एक सवाल पूछा गया तो वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, जो उत्तर प्रदेश के एक सांसद भी हैं. उन्होंने कहा कि शायद, राहुल गांधी को बजट समझ में नहीं आया, जिसके दूरगामी असर होंगे. इस बयान के बाद वित्त मंत्री ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि उन्होंने (चौधरी) यूपी शैली (टाइप) में उत्तर दिया है जो उत्तर प्रदेश से भागे एक सांसद के लिए काफी है.

इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि मुझे उन लोगों पर दया आती है जो तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं, अगर समझकर उस पर प्रतिक्रिया देते, फिर मैं जवाब देने के लिए तैयार हूं, लेकिन सिर्फ इसलिए कि आप ट्विटर पर कुछ डालना चाहते हैं, इससे कोई फायदा नहीं होता. उन्हें पहले कांग्रेस शासित राज्यों में कुछ करना चाहिए फिर इसके बारे में बात करनी चाहिए.

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस बयान के बाद टिप्पणी देते हुए कहा था कि वित्त मंत्री ने उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोगों का अपमान किया है और अपनी 'विशिष्ट यूपी-टाइप' टिप्पणी से उनका मजाक उड़ाया है. यह उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोगों का बड़ा अपमान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और निर्मला सीतारमण को उत्तर प्रदेश के लोगों से तुरंत माफी मांगनी चाहिए.