राज्य शासन का बड़ा एक्टशन, अनाथालय के बच्चों को मारने वाली मैनेजर सीमा द्विवेदी गिरफ्तार, कार्यक्रम अधिकारी निलंबित
रायपुर। राज्य सरकार ने कांकेर में बच्ची से मारपीट के मामले में सख्त कार्रवाई की है । राज्य सरकार ने तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रशेखर मिश्रा को विशेषीकृत दत्तक एजेंसी कांकेर के विरुद्ध शिकायतों की जांच में लापरवाही पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला के निर्देश पर बच्चों से मारपीट की आरोपी समन्वयक (विशेषीकृत दत्तक ग्रहण एजेंसी) सीमा द्विवेदी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 323, 75 किशोर न्याय( बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 3(2) वी (क) अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अपराध दर्ज कर लिया गया है । पुलिस ने मारपीट की आरोपी समन्यवक सीमा द्वेदी को हिरासत में ले लिया है।
इसके अतिरिक्त कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने प्रतिज्ञा विकास संस्थान, विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण कांकेर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है । उल्लेखनीय है कि उक्त अभिकरण के विरुद्ध शिकायत मिलने पर संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम द्वारा 4 जून 2023 को अभिकरण का औचक निरीक्षण किया गया , जांच में शिकायत की सत्यता की पुष्टि हुई । उक्त शिकायतों की पुष्टि के बाद कलेक्टर ने कांकेर में विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण का संचालन करने वाली संस्था प्रतिज्ञा विकास संस्थान दुर्ग का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने हेतु संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग को अनुशंसा की है । कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने बताया कि समस्त बच्चों की सुरक्षा एवं देखरेख हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं।
ज्ञात हो कि कांकेर जिले के दत्तक ग्रहण केंद्र का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस वीडियो में केंद्र की महिला मैनेजर मासूम बच्ची को जमकर पीटती नजर आ रही है। अत्याचार सहने वाली बच्ची अनाथ है जिसे मां बाप ने बोझ समझकर छोड़ दिया। बच्ची को पीटने वाली महिला दत्तक केंद्र की प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी है। इनका काम यहां लाने वाली बच्चियों की देखभाल और उन्हें उचित सुविधा देना है, लेकिन मैनेजर बच्चों को पीटने और पटकने में व्यस्त है. कांकेर के इस दत्तक ग्रहण केंद्र में 0 से 6 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को रखा जाता है। यहां बाहरी लोगों का आना जाना नहीं है। बच्चों की सुरक्षा के लिए बरामदे, गेट समेत अन्य जगह 8 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जिसे प्रोग्राम मैनेजर रोज रात को बंद कर देती है। मैनेजर के इस हरकत से बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।