नवाचारी कार्यक्रम नवा जतन कार्यक्रम का एससीईआरटी ने किया आयोजन केवल पाठ्यक्रम न बने स्कूल और फील्ड में लागू कर लक्ष्य को पाना है - राजेश सिंह राणा"

नवाचारी कार्यक्रम नवा जतन कार्यक्रम का एससीईआरटी ने किया आयोजन केवल पाठ्यक्रम न बने स्कूल और फील्ड में लागू कर लक्ष्य को पाना है - राजेश सिंह राणा"

उपचारात्मक शिक्षण हेतु "नवा जतन कार्यक्रम" अंतर्गत SCERT रायपुर में आयोजित 3 दिवसीय प्रशिक्षण के समापन समारोह में स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव व संचालक SCERT रायपुर श्री राजेश सिंह राणा ने सभी प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में पूरे विश्व के बच्चे प्रभावित हुए ऐसे समय छत्तीसगढ़ द्वारा बच्चे जो कोरोनाकाल में कक्षा स्तर से पीछे रह गए है उन्हें अगली कक्षा केस्तर तक लाने का प्रयास किया जा रहा है।सेतु पाठ्यक्रम 1 के लागू होने के पूर्व जो बच्चें अपने ग्रेड से नीचे थे  अब हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2022 तक पीछे छूटे बच्चों को वर्तमान कक्षा केस्तर तक लाया जाए।

 उपचारात्मक शिक्षण हेतु प्रायोजित कार्यक्रम नवा जतन को प्रत्येक बच्चे तक पहुंचाना बहुत आवश्यक है ।इसे सेतु पाठ्यक्रम 2.0 के रूप में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों मैं गंभीरता से लागू किया जाना है क्योंकि वर्तमान समय में एससीईआरटी रायपुर के टेक्निकल टीम के साथ राज्य के समस्त बच्चों के बेसलाइन आकलन आधारित स्तर उपलब्ध हैं जिसमें हम देख पाते हैं कि जो बच्चे अपने कक्षा स्तर से नीचे हैं नवा जतन कार्यक्रम ऐसे सभी बच्चे जिनका स्तर कक्षा स्तर से कम है उन्हें कक्षा में लाने का प्रमुख उपाय हो सकता है सभी जिला के सीएससी इसे गंभीरता से लेगे इसका प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और अपने संकुल में इसके इंप्लीमेंटेशन के लिए भरसक प्रयास करेंगे ताकि आगामी मार्च तक उन सभी बच्चों को जिनका स्तर अपनी कक्षा स्तर से कम है कक्षा स्तर तक अवश्य लाया जा सके इसके लिए प्रत्येक 15 दिन में ऐसे बच्चों के स्तर परीक्षण और उनके स्तर में हो रही वृद्धि के विषय में जानकारी एकत्रित की जाए उपचारात्मक शिक्षण के लिए जो शिक्षक अतिरिक्त समय देकर कार्य करेंगे उनके लिए भी मानदेय की व्यवस्था करने का प्रावधान किया जा रहा है नवा जतन कार्यक्रम के लिए  शिक्षक लगेंगे जिनको उपचारात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त भत्ता भी दिया जाएगा और इसकी मॉनिटरिंग अतिरिक्त संचालक, संयुक्त संचालक, वसहायक संचालकDEO, BEO करेंगे साथ ही ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम के द्वारा बच्चें को शिक्षक ने कितना सिखाया इसका भी परीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा एससीईआरटी के संचालक  ने सभी से शिक्षा के लिए अपने स्तर पर अतिरिक्त प्रयास करने की बात कही उपस्थित समस्त मास्टर ट्रेनर्स के सुझाव पर चर्चा की अलग-अलग जिलों से आए प्रतिभागियों के स्थानीय प्रयासों के संबंध में चर्चा एवं शिक्षा में किस प्रकार से इस लक्ष्य को प्राप्त करना है उस संबंध में उनके विचार भी जाने यह कार्यक्रम नवा जतन पूरे प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगा और शिक्षा के क्षेत्र में किए जाने वाले अनूठे प्रयासों में से एक होगा यह तो तय है इसका भूमिगत रूपांतरण करने के लिए सभी प्रतिबद्ध नजर आए ।आगे चलकर बच्चों के लिए यह पूरा कार्यक्रम प्रेरणादाई बनने वाला है
                 श्री राणा ने प्रशिक्षार्थियों से 3 दिन में क्या सीखा उनके अनुभव और सुझाव भी मांगे जिनमे शिक्षको की प्रतिभा को सामने लाने खेल,साहित्य, सांस्कृतिक प्रतियोगिता कराने Teacher As Leader और शिक्षण के अलावा शिक्षक  किस क्षेत्र में उत्कृष्ट है उसका सम्पूर्ण डेटाबेस बनाए जाने की बात कही।सभी को शुभकामनाएं देते हुए  किसी भी तरह के शंका होने पर हर समय उपलब्ध होने की बात कही। इस प्रशिक्षण में एससीईआरटी के अतिरिक्त संचालक डॉ योगेश शिवहरे उपसंचालक श्री उमेश कुमार साहू सहायक संचालक प्रशांत कुमार पांडेय सहायक प्राध्यापक डॉ विद्यावती चंद्राकर सुशील राठौर डॉक्टर जय भारती चंद्राकर सहित प्रशिक्षकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए
श्री सुनील मिश्रा  के संयोजन में द्रोण साहू,दीपेश पुरोहित,सत्येंद्र बसन्त,तारकेश्वर देवांगन, प्रवीण झा , सुजाता बहल,असफाक उल्ला खान, नीलम चक्रवर्ती ,सूर्यकांत बाजपेयी, रीता मंडल,कांति नागे ने प्रशिक्षक के रूप में मुख्य भूमिका अदा की।