पति-पत्नी लेंगे आपसी सहमति से तलाक , पति तीन किस्तों में देगा ढाई लाख रुपए भरण पोषण।
तलाक सहमती कागज़ात तैयार करने पर पति ने दिया पहली किस्त 1 लाख रुपए नगद। छ.ग. राज्य महिला आयोग की टीम ने करवाया आपसी राजीनामा तैयार।
पति-पत्नी के एक प्रकरण में आज महासमुंद सखी सेंटर में महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक के निर्देश पर महिला आयोग की सदस्य डॉ अनीता रावटे और सखी सेंटर के सरंक्षण अधिकारी द्वारा काउंसलिंग किया गया।
इस प्रकरण में आवेदिका ने आपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग में मानसिक प्रताड़ना की शिकायत दर्ज करवाई थी जिसमें पूर्व में आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने दोनों पक्षों को सुनकर आयोग में काउंसलिंग करवाने की सलाह दी थी, काउंसलिंग करवाने के बाद दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से तलाक लेकर आगे की जीवन अलग-अलग रहने का फैसला किया था और अपने शर्तों के आधार पर तलाक आयोग की मदद से करवाने की बात कही थी। पिछली सुनवाई में आवेदिका ने एक मुश्त ढाई लाख रुपए भरण पोषण की मांग की जिसे अनावेदक देने तैयार हो गया जिसे अनावेदक तीन किस्तों में आवेदिका को पैसे देगा। पहला किस्त के रूप में आज 1 लाख रुपए नगद आवेदिका को अनावेदक ने आपसी सहमति की कागजात बनाने पर दिया और बाकी 75-75 हजार रुपए दो किस्त में 15 मार्च और 22 अप्रैल को न्यायलय में तलाक का आवेदन करने तथा दोनों पक्षों की गवाही पर देगा।