राजिम कुंभ कल्प 2024 : संगम नगरी राजिम कुंभ कल्प में दिखेगा अयोध्या धाम का वैभव

रामोत्सव के रंग में रंगेंगे राजिम कुंभ के श्रद्धालु तीर्थनगरी राजिम के पवित्र कुंभ में देशभर के संतों का होगा समागम मुख्य मंच में होगा अयोध्या धाम का दर्शन प्रयागराज कुंभ की तर्ज पर लगेंगे आर्गेनाइज्ड स्ट्रक्चर की दुकानें थ्री डी मैपिंग और लेजर शो के जरिये सुंदर रामकथा दिखाई जाएगी

राजिम कुंभ कल्प 2024 : संगम नगरी राजिम कुंभ कल्प में दिखेगा अयोध्या धाम का वैभव

छत्तीसगढ़ की तीर्थ नगरी राजिम में होने वाले कुंभ कल्प में इस बार भारत की सनातन परंपरा की अद्भुत झलक दिखेगी। उत्तराखंड से तमिलनाडू तक भारतभूमि की संतपरंपरा से जुड़े संतों का अद्भुत समागम इस भूमि पर होगा। धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देशन में राजिम कुंभ कल्प के अभूतपूर्व आयोजन की तैयारी जोर-शोर से जारी है। संगम नगरी का दृश्य अयोध्या धाम की तरह होगा। इस बार की थीम रामोत्सव है। मुख्यमंच अयोध्या धाम के रामलला मंदिर की तरह होगा।
धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि मेला परिसर सुगम, सुशासित और सुसज्जित होगा। रामकथा का मंचन थ्री डी मैपिंग, लेजर शो आदि के माध्यम से होगा। मुंबई की एक्सपर्ट टीम यह कार्य करेगी। थ्री डी प्रोजेक्शन मैप की इस तकनीक से रामकथा का अद्भुत रसपान श्रद्धालु करेंगे। प्रयागराज कुंभ की विशेषता होती है कि यहां दुकानों का आर्गेनाइज्ड स्ट्रक्चर तैयार होता है, जिसका लाभ व्यवसायियों को होता है। राजिम कुंभ में भी इसी तर्ज पर दुकानों की व्यवस्था होगी।
धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि राजिम कुंभ कल्प का शुभारंभ 24 फरवरी को होगा, जो 8 मार्च तक चलेगा। इस भव्य आयोजन में हरिद्वार, काशी, मथुरा, अयोध्या, चित्रकुट समेत देशभर के कई स्थानों से साधु-संत, पीठाधीश्वर, मठाधीश, महात्मा और शंकराचार्य शामिल होंगे। श्रद्धालुओं को राजिम कुंभ के दौरान आवागमन में किसी भी तरीके की दिक्कत ना हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जा रहा है। मेला स्थल में दुकानों को सुव्यवस्थित करके सड़कों को काफी चौड़ा कर दिया गया है। हमने राजिम कुंभ को प्रयागराज कुंभ की तर्ज पर ऑर्गनाइज स्ट्रक्चर तैयार कर दुकानें स्थापित की है, जिससे दुकानदारों को लाभ हो और श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न होने पाएं।

राजिम कुंभ कल्प के दौरान होगा तीन पुण्य स्नान

धर्मस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि राजिम कुंभ कल्प के दौरान तीन पुण्य स्नान क्रमशः 24 फरवरी माघ पूर्णिमा, 4 मार्च माता जानकी जयंती और 8 मार्च महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर होंगे। श्रद्धालुओं के मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए वालेंटियर तैनात किए गए है। कुंभ के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए नदी और आसपास की स्थलों की साफ-सफाई के लिए बड़ी संख्या में सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला स्थल में बड़ी संख्या में पोर्टेबल टॉयलेट एवं चेंजिंग रूम की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

राजिम कुंभ में शिशुवती माताओं के लिए बनेगा फिडिंग रूम

    धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राजिम कुंभ में आने वाले सभी आयु वर्ग के लोगों का ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है। कुंभ में आने वाली शिशुवती माताओं को अपने बच्चों को स्तनपान कराने के लिए मेला स्थल में फिडिंग रूम भी बनाए गए हैं।

प्राथमिक उपचार के लिए हॉस्पिटल
    
धर्मस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि पहले मेला के आयोजन के दौरान मेडिकल कैम्प लगाया जाता रहा है। प्रायः देखा गया है कि इस मेडिकल कैम्प से श्रद्धालुओं को होने वाली स्वास्थ्यगत समस्याओं का त्वरित उपचार नहीं हो पाता था। इस बार मेला स्थल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10-10 बेड के छोटे-छोटे अस्पताल स्ािापित किए गए हैं, जिसस मरीजों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। रायपुर, गरियाबंद और धमतरी जिले का एक कलस्टर बनाकर स्वास्थ्य कैंप भी मेला स्थल पर लगाया जाएगा।
रामोत्सव की थीम पर होगी भव्य झांकी

धर्मस्व श्री अग्रवाल ने कहा कि, राजिम कुंभ में इस बार रामोत्सव थीम पर भव्य झांकी तैयार की गई है। इसमें प्रभु श्री राम के छत्तीसगढ़ में वनवास काल के दौरान पलों को झांकी के माध्यम से बताया जाएगा। झांकी के प्रदर्शन में लेजर लाईट और साउंड इफेक्ट का भी समावेश किया गया है, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। लक्ष्मण झूले को भी एलईडी लाईट से सजाया गया है। राजिम कुंभ को भव्य स्वरूप देने के लिए विशेष प्लान तैयार किया गया है और इसके लिए विशेषज्ञों की सेवाएं ली जा रही है, ताकि राजिम कुंभ की ख्याति देश-दुनिया में प्रचारित हो।