रायपुर उत्तर विधानसभा के विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता पुरंदर मिश्रा विधायक निर्वाचित होने के पश्चात्‌ पहली बार कल अपने कर्मभूमि फूलझर क्षेत्र में जा रहे

रायपुर उत्तर विधानसभा के विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता पुरंदर मिश्रा विधायक निर्वाचित होने के पश्चात्‌ पहली बार कल अपने कर्मभूमि फूलझर क्षेत्र में जा रहे

रायपुर। रायपुर उत्तर विधानसभा के विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता पुरंदर मिश्रा विधायक निर्वाचित होने के पश्चात्‌ पहली बार कल अपने कर्मभूमि फूलझर क्षेत्र में जा रहे हैं जहां सांकरा से लेकर बसना विधानसभा के अंतिम छोर तक भव्य स्वागत की तैयारी है। बता दें कि पुरंदर मिश्रा छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन काल के पिछले १5 वर्षों में इस क्षेत्र में चहुंमुखी विकास को लेकर अनवरतत प्रयासरत रहे और यही वजह है कि आज जब वे विधायक के रूप में निर्वाचित हूए हैं तो क्षेत्र के लोग उनके प्रथम आगमन को लेकर भव्य स्वागत करनें उत्साहित हैं ।  पुरंदर मिश्रा का जन्म स्थली सरायपाली के समीप दुर्गापाली गांव रहा है और आरंभिक दिनों से ही उनका यह पूरा क्षेत्र कर्मभूमि के रूप में जाना जाता है। वे विधायक न रहते हुए भी इस पूरे क्षेत्र के लिए वह सब विकास कार्य कराने में लगे रहे जिसके जरूरत क्षेत्र के जनता को थी। पार्टी संगठन के प्रति अनुशासन प्रिय पुरंदर मिश्रा को जब हाल ही के महीनों में हुए विधानसभा के चुनाव में जब निर्देशित हुआ कि उन्हे राजधानी रायपुर के उत्तर विधानसभा से चुनाव लड़ना है जिसे वे सहर्ष स्वीकार कर जीत हासिल कर बता दिया कि उनमें वह काबिलियत है जिस पर वे पार्टी के अनुरूप प्रमाणित करने सक्षम हैं । इसका दोहरा फायदा तब और भी हुआ जब उनके कर्मभूमि बसना विधानसभा से भी भाजपा प्रत्याशी की जीत हो गई।  अब कल वह समय है जब 02 मार्च को पुरंदर मिश्रा चुनावी अभियान के बीच लगभग 04 माह अंतराल के बाद फूलझर क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे, जहां उनके भव्य स्वागत की तैयारी रखी गई है। पुरंदर मिश्रा कल सुबह रायपुर से निकल कर + बजे पिथौरा पहुंचेंगे जहां उनके स्वागत को लेकर कई कार्यकम आयोजित है, इसके पश्चात्‌ बसना में शहीद वीरनारायण सिंह चौक में उनके स्वागत को लेकर भव्य कार्यकम आयोजित किया गया है इस दौरान वे भाजपा के कई कार्यकर्ता एवं सामाजिक लोगों से भी मुलाकात कर धन्यवाद ज्ञापित करेंगे। विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि आज यदि मैं विधायक के तौर पर पार्टी से निर्वाचित हुआ हूं तो उसमें मेरे कर्मभूमि के साथियों का भी बड़ा योगदान है और निश्चित तौर पर कल के दौरे से मैं खुद अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं ।