छत्तीसगढ़ में है अराजकता की स्थिति- आप
छत्तीसगढ मे महज पुलिस परिवार से जुर्म भयानक नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश भर में कानून-व्यवस्था भयानक है उक्त बातें आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव भूपेन्द्र चन्द्राकर ने विज्ञप्ति जारी कर बताया उन्होंने आगे कहा छत्तीसगढ़ के सरगुजा के सूरजपुर जिले में जो हुआ है, वैसा तो हिन्दुस्तान के किसी भी राज्य में नहीं हुआ होगा. एक पेशेवर मुजरिम और जिलाबदर गुंडे ने अपनी राजनीतिक पहुंच के साथ यह वीभत्स कारनामा कर दिया. पहले तो उसने जिलाबदर की कार्रवाई करने गई पुलिस को कड़ाही में खौलता तेल फेंककर जलाया, गाड़ी से कुचलने की कोशिश की, और एक हेडकांस्टेबल के घर पहुंचकर उसकी बीवी और बेटी को तलवार से मार डाला. इस पर भी उसका मन नहीं भरा तो दोनों लाशों को ले जाकर बाहर खेतों में फेंक दिया। अब तक हिन्दुस्तान में कई जगहों पर यह तो सुनाई पड़ा था कि कार्रवाई करने वाली पुलिस, या दूसरे अफसर को मार दिया, लेकिन यह कहीं सुनाई नहीं पड़ा था कि पुलिस के परिवार के साथ ऐसा भयानक और खूंखार जुर्म किया गया हो।
इसी छत्तीसगढ़ के दूसरे सिरे पर बस्तर इलाके में नक्सली भी कई किस्म की हिंसा करते हैं, पुलिस- मुखबिरी बताकर लोगों को मार देते हैं लेकिन किसी पुलिस परिवार के साथ नक्सलियों ने भी आज तक ऐसा नहीं किया है.अब ऐसा लगता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था खत्म हो चुकी है। विष्णु के सुशासन का ढिंढोरा पीटने वाले भाजपा के कद्दावर मंत्री का गृह जिला कवर्धा, बलौदाबाजार-भाटापारा जैसी घटनाएं देश में कभी किसी और जगह पर नहीं हुआ. जानलेवा जुर्म, बलात्कार और गैंगरेप जैसे मामले इस हद तक बढ़े हुए दिख रहे हैं कि जैसा पहले कभी नहीं हुआ. जादू-टोने की तोहमत लगाकर लोगों को थोक में मार डालने के मामले हो रहे हैं. पशु व्यापारियों को गाय तस्कर बताकर खुलेआम मार डाला जा रहा है. इस पर भी पुलिस ऐसे मामले को हल्का बनाने में जुटी हुई है। पुलिस को कांवड़ियों की आरती उतारने से फुर्सत नहीं है. प्रदेश में जिस तरह बड़े पैमाने पर चाकूबाजी की वारदातें हो रही हैं, तरह-तरह के गैंगवार हो रहे हैं, उससे भी आम जनता दहशत में है। हर किस्म के हिंसक जुर्म में अब नाबालिग भी शामिल हैं। अवैध शराब, गैरकानूनी गांजा, सूखा नशा का चलन बढते जा रहा है।पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था गर्त में है अपराधियों में कानून का भय समाप्त हो चुका है, सरकार सिर्फ तमाशाई बन कर दूसरो पर दोषारोपण करके अपना पल्ला झाड़ रही है, जनता खौफ में है।