महाराष्ट्र में नई सरकार को लेकर हलचल, सीएम पद पर फडणवीस की दावेदारी तय

महाराष्ट्र में नई सरकार को लेकर हलचल, सीएम पद पर फडणवीस की दावेदारी तय

महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन ने विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत हासिल की है। इस जीत के बाद, नई सरकार के गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है। हालांकि, मुख्यमंत्री पद को लेकर गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच खींचतान की खबरें सामने आई हैं।

सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया गया है, लेकिन आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है। आज देर शाम भाजपा नेता अमित शाह, शिवसेना के एकनाथ शिंदे, भाजपा के देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी नेता अजित पवार के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है।

फडणवीस होंगे मुख्यमंत्री, शिंदे को अहम मंत्रालय
मिली जानकारी के अनुसार, मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मना लिया गया है और वह मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय हो गया है। एकनाथ शिंदे को शहरी विकास और एमएसआरडीसी (महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम) जैसे अहम मंत्रालय दिए जाने की संभावना है। इसके अलावा, शिंदे गुट केंद्र सरकार में एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री पद की भी मांग कर सकता है।

अजित पवार के पास वित्त विभाग

डिप्टी सीएम अजित पवार उपमुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे और वित्त विभाग की मांग कर सकते हैं। साथ ही, एनसीपी के अन्य विभागों में कृषि, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, महिला एवं बाल कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, खेल, और ग्रामीण विकास जैसे मंत्रालयों को अपने कोटे में रखने की संभावना है।

भाजपा की नज़र अहम मंत्रालयों पर
दूसरी ओर, भाजपा गृह, वित्त, ऊर्जा, सिंचाई, पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग), पर्यावरण और पर्यटन, कौशल विकास, और संसदीय मामलों जैसे प्रमुख विभागों को अपने पास रखना चाहती है।

मंत्रिमंडल में पदों का बंटवारा
सूत्रों का कहना है कि मंत्री पद के बंटवारे के लिए "छह विधायकों पर एक मंत्री" के फॉर्मूले पर विचार किया जा रहा है। इस आधार पर:
    भाजपा को 21-22 मंत्री पद,
    शिवसेना (शिंदे गुट) को 10-12 मंत्री पद,
    और एनसीपी (अजित पवार गुट) को 8-9 मंत्री पद मिलने की संभावना है।

महाराष्ट्र सरकार में कुल मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री सहित 43 से अधिक नहीं हो सकती है।

अंतिम फैसला आज देर रात
सीएम पद और मंत्रालयों के बंटवारे पर अंतिम मुहर आज रात होने वाली बैठक के बाद लगेगी। इस बैठक के नतीजे महाराष्ट्र की राजनीति के अगले चरण को तय करेंगे।