इलाज के नाम पर क्रूरता: युवती की मौत, महिला आरोपी गिरफ्तार

इलाज के नाम पर क्रूरता: युवती की मौत, महिला आरोपी गिरफ्तार

गरियाबंद जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां इलाज के नाम पर एक मानसिक रूप से अस्वस्थ युवती के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं। 18 वर्षीय योगिता सोनवानी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने चौंकाने वाला खुलासा किया—उसकी पसलियां टूटी थीं और अंदरूनी खून बहने से उसकी जान गई।

इलाज के नाम पर अत्याचार
रायपुर की रहने वाली योगिता को मानसिक परेशानी के चलते उसके परिजन इलाज के लिए गरियाबंद के सुरसाबांधा गांव में ईश्वरी साहू नामक महिला के पास लेकर आए, जो खुद को 'चमत्कारी आयुर्वेदिक चिकित्सक' बताती है। महिला ने योगिता को अपने घर में बंद कर रखा और कथित ‘उपचार’ के दौरान उस पर धार्मिक दबाव बनाया गया।

धर्मांतरण का आरोप
प्रार्थिया सुनीता सोनवानी ने पुलिस को बताया कि ईश्वरी साहू ने योगिता से जबरन ईसाई प्रार्थनाएं करवाईं, बाइबिल पाठ सुनाए और धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया। इलाज के नाम पर उसे शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गईं। आरोप है कि युवती के सीने पर पैर रखकर दबाया जाता था और डराया जाता था कि प्रभु नाराज़ हो जाएंगे।

मौत और कानून की कार्रवाई
22 मई को योगिता की हालत बिगड़ गई और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हुआ कि उसकी पसलियां टूटी थीं और मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट था। रिपोर्ट के आधार पर राजिम थाने में मर्ग दर्ज किया गया और फिर गंभीर धाराओं में अपराध कायम किया गया।

आरोपी महिला गिरफ्तार
गरियाबंद पुलिस ने 41 वर्षीय ईश्वरी साहू को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। आरोपी पर छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2006, औषधि एवं चमत्कारिक उपचार अधिनियम 1954, और बीएनएस धारा 105 के तहत केस दर्ज किया गया है।

और भी लड़कियों पर अत्याचार की आशंका
जांच में पता चला है कि योगिता अकेली पीड़िता नहीं थी। कम से कम चार अन्य लड़कियों को भी आरोपी महिला के घर इलाज के नाम पर लाया गया था। उनसे भी जबरन धर्म परिवर्तन और प्रार्थनाएं करवाई गईं। परिजन अभी सामने आने से डर रहे हैं।

यह मामला समाज में फैले अंधविश्वास, धर्मांतरण के कुप्रयास और छद्म चिकित्सकों के खिलाफ एक कड़ा संदेश है। गरियाबंद पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन यह घटना पूरे समाज के लिए जागने की चेतावनी है।