छत्तीसगढ़ शासन से पुरजोर निवेदन- छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ
छत्तीसगढ़िया यशस्वी, मुख्यमंत्री महोदय जी से छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ का पुरजोर निवेदन है कि हमें शासन के द्वारा एक व्यवस्था बनाकर नियमित किया जाए क्योंकि हम छत्तीसगढ़ के विभिन्न महाविद्यालयों में 15 से कई-कई वर्षों तक अतिथि के व्यवस्था में रहकर सुचारू रूप से शैक्षणिक कार्य की बागडोर संभाले हुए हैं अभी तक हमारी जॉइनिंग नहीं हो पाई है अब हमारी जीविकोपार्जन की समस्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है इसलिए राज्य सरकार एक व्यवस्था में रखकर हमारी सुध ले क्योंकि हमारा चयन भी आपके द्वारा निर्धारित एक व्यवस्था के तहत किया जाता रहा है।
छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ कि एक ही मांग है कि पहले हम अतिथि व्याख्याताओं को शासन उचित व्यवस्था बनाकर महाविद्यालय सेवा में 65 साल तक रखा जाए उसके बाद लोक सेवा आयोग के द्वारा चयनित करने पर विचार किया जाए। महोदय आप ही सोचिए आपकी व्यवस्था के चलते हमारी पूरी एनर्जी खत्म हो गई है एवं 6 महीने की व्यवस्था एवं ऊपर से करोना काल की स्थिति अतिथि व्याख्याता ओं की आर्थिक स्थिति को भयावह बनाते जा रही है।
राज्य शासन से हमारी पुरजोर निवेदन है की हमें नियमित करें इससे शासन के ऊपर अतिरिक्त किसी भी प्रकार की भार नहीं आएगी और शिक्षा प्रणाली की व्यवस्था भी बनी रहेगी यह व्यवस्था नहीं बनने पर हम अनिश्चितकालीन धरना के लिए विवश हो जाएंगे क्योंकि हमारे जीविकोपार्जन कर पाना बहुत मुश्किल होती जा रही है।
यह जानकारी छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ के पदाधिकारी महेंद्र सिवारे, डॉ अजय शर्मा, डॉ आशीष दीवान, डॉ हेमंत सिरमौर, रविंद्र सिंह के द्वारा छत्तीसगढ़िया मुखिया माननीय मुख्यमंत्री जी को सादर प्रणाम करते हुए एवं हाथ जोड़कर निवेदन करते हुए कहे गए।